क्या मिस्र इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थता बैठक करेगा, क्या बंधकों की घर वापसी संभव है?

सारांश
Key Takeaways
- गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव पर सहमति बनी है।
- मिस्र इजरायल और हमास के बीच वार्ता की मेज़बानी करेगा।
- नेतन्याहू ने बंधकों की जल्द रिहाई की उम्मीद जताई है।
- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने वार्ता के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
- गाजा में हालात गंभीर बने हुए हैं।
काहिरा, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजा में युद्धविराम के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर सहमति बनने के बाद, अब बंधक बनाए गए लोगों की जल्द घर वापसी हो सकती है। सभी इजरायली बंदियों और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली को लेकर इजरायल और हमास के प्रतिनिधिमंडलों की सोमवार को होने वाली बैठक की मेजबानी मिस्र करेगा। यह जानकारी मिस्र के विदेश मंत्रालय ने दी।
मिस्र ने उम्मीद जताई है कि यह बैठक लगातार दो वर्षों से जारी संघर्ष और फिलिस्तीनी लोगों की पीड़ा को समाप्त करने में सहायक होगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को आशा व्यक्त की कि गाजा में सभी इजरायली बंधकों को कुछ ही दिनों में रिहा किया जा सकता है।
नेतन्याहू ने कहा, "हम एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के कगार पर हैं। यह अंतिम नहीं है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि आगामी सुक्कोट अवकाश के दौरान हम गाजा पट्टी में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखते हुए सभी जीवित और मृत बंधकों की रिहाई सुनिश्चित कर पाएंगे।" सुक्कोट एक सप्ताह तक चलने वाला यहूदी अवकाश है, जो सोमवार शाम से शुरू हो रहा है।
नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल वार्ता को कुछ ही दिनों तक सीमित रखना चाहता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रस्ताव के दूसरे चरण में "हमास को हथियार छोड़ने होंगे और गाजा पट्टी का विसैन्यीकरण किया जाएगा, चाहे वह सैन्य कार्रवाई से हो या कूटनीतिक माध्यम से।"
हालांकि, इजरायल के वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मोट्रिच ने नेतन्याहू के निर्णय को एक गंभीर भूल बताया है। राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने कहा कि अगर सभी बंधकों की रिहाई के बाद भी हमास का अस्तित्व बना रहता है, तो उनका गुट सरकार का हिस्सा नहीं होगा।
इजराइली मीडिया के अनुसार, नेतन्याहू ने दोनों मंत्रियों को समझौते का समर्थन करने के लिए मनाने के लिए एक तत्काल बैठक बुलाई है।
पिछले सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में युद्ध खत्म करने और इजरायल के साथ विवाद को सुलझाने के लिए हमास को एक प्रस्ताव भेजा था। 20 सूत्रीय इस शांति प्रस्ताव में बंधकों की रिहाई, गाजा के पुनर्निर्माण और प्रशासन पर अंतर्राष्ट्रीय निगरानी शामिल है। हमास ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर मध्यस्थता वार्ता शुरू करने की इच्छा जताई। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने हमास के इस कदम का स्वागत किया और दोनों पक्षों से युद्ध समाप्त करने और अपने लोगों की पीड़ा कम करने के अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया।
व्हाइट हाउस ने कहा कि शनिवार को दो अमेरिकी दूत - जेरेड कुशनर और स्टीव विटकॉफ शांति प्रस्ताव के विवरण पर चर्चा करने के लिए मिस्र गए।
इधर, हमास द्वारा बंधकों को रिहा करने की घोषणा के जवाब में और हमले रोकने के अमेरिका के अनुरोध पर इजरायली बलों ने शनिवार को गाजा में अपने हमले कम कर दिए।
हालांकि, फिलिस्तीनी चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, इजराइली वायु सेना ने शनिवार सुबह गाजा शहर के विभिन्न इलाकों को निशाना बनाकर कई हवाई हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग मारे गए और कई घायल हुए। स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पिछले 24 घंटों में गाजा में 66 लोग मारे गए और 265 घायल हुए।
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा शनिवार को जारी एक अपडेट के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में 67,074 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 169,430 अन्य घायल हुए हैं। वहीं, अकाल और कुपोषण ने इस क्षेत्र में 154 बच्चों समेत 459 लोगों की जान ले ली है।