क्या ऑस्ट्रेलिया में एक साल में 40 प्रतिशत लोग साइबर अपराध के शिकार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- साइबर अपराध के शिकार होने वाले नागरिकों की संख्या बढ़ रही है।
- ऑनलाइन सुरक्षा को अपनी दैनिक आदत बनाएं।
- धोखाधड़ी और घोटाले से बचने के लिए सतर्क रहें।
- सुरक्षित पासवर्ड और सॉफ्टवेयर अपडेट का महत्व समझें।
- साइबर अपराध के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
कैनबरा, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया में साइबर अपराध के बारे में एक नई सरकारी रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में 40 प्रतिशत से अधिक लोग एक वर्ष में कई तरह के साइबर अपराधों के शिकार बने हैं।
ऑस्ट्रेलियाई अपराध विज्ञान संस्थान (एआईसी) द्वारा सोमवार को प्रकाशित "ऑस्ट्रेलिया में साइबर अपराध 2024" रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि सभी पीड़ितों में से 42.1 प्रतिशत लोगों ने एक ही वर्ष में विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों का सामना किया।
रिपोर्ट में साइबर अपराध के चार प्रमुख प्रकारों का उल्लेख किया गया है, जिसके कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। इसमें ऑनलाइन दुर्व्यवहार और उत्पीड़न, मैलवेयर, पहचान संबंधी अपराध और धोखाधड़ी शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 47.4 प्रतिशत ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों ने 2024 में किसी न किसी साइबर अपराध का अनुभव किया।
एआईसी के सर्वेक्षण में शामिल 10,335 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों में से 26.8 प्रतिशत लोग ऑनलाइन दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के शिकार हुए, जबकि पहचान संबंधी अपराधों का शिकार होने वाले लोगों की संख्या भी उल्लेखनीय रही। सभी पीड़ितों में से 6.6 प्रतिशत ऐसे थे जिन्होंने सभी चार प्रकार के साइबर अपराधों का अनुभव किया।
ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस (एएफपी) के साइबर कमांडर ग्रीम मार्शल ने कहा कि रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती है कि साइबर अपराध की रोकथाम एक बार का प्रयास नहीं, बल्कि दैनिक आदत बननी चाहिए।
उन्होंने कहा, "साइबर अपराधी एक बार के हमले के बाद रुकते नहीं हैं। यदि उन्हें कोई कमजोरी दिखाई देती है, जैसे कि कमजोर पासवर्ड, पुराना सॉफ्टवेयर या हैक किया गया ईमेल, तो वे बार-बार विभिन्न तरीकों से हमला करने की कोशिश करेंगे।"
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल 9.5 प्रतिशत लोग धोखाधड़ी और घोटाले जैसे साइबर अपराधों के शिकार हुए, जिन्हें लेकर सभी पीड़ित सबसे अधिक संवेदनशील थे।
-- राष्ट्र प्रेस
केके/डीएससी