क्या पाकिस्तान में पोलियो टीम की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी की हत्या हो गई है?

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान में पोलियो टीकाकरण अभियान की सुरक्षा को चुनौती दी जा रही है।
- अज्ञात हमलावरों द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों को निशाना बनाया जा रहा है।
- पोलियो उन्मूलन प्रयासों में तेजी लाने की आवश्यकता है।
इस्लामाबाद, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में निजामपुर के काही इलाके में बुधवार को अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर पोलियो टीकाकरण टीम की सुरक्षा में तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या कर दी। स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह घटना पिछले तीन दिनों में दूसरी बार हुई है।
कांस्टेबल की पहचान मकसूद (35) के रूप में की गई है, जो खेशगी का निवासी है। पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब महिला स्वास्थ्यकर्मी एक घर में बच्चों को पोलियो की दवा पिला रही थीं। घटना के बाद हमलावर मौके से भाग गए और अधिकारियों ने उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है।
पोलियो उन्मूलन अभियान के दौरान यह दूसरी घटना है। इससे पहले मंगलवार को, स्वात जिले में भी एक लेवी कांस्टेबल की हत्या की गई थी जो पोलियो टीकाकरण दल की सुरक्षा में तैनात था।
बुजुर्ग पुलिस अधिकारी मुहम्मद उमर खान के अनुसार, मारे गए कांस्टेबल ने दो महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। उन्होंने कहा, "जब कांस्टेबल पर हमला हुआ, तब स्वास्थ्यकर्मी बच्चों को टीके लगा रहे थे।" हमलावर घटना के बाद मौके से भाग गए।
पोलियो टीकाकरण में लगे स्वास्थ्यकर्मियों को अक्सर निशाना बनाया जाता है। मई में, बलूचिस्तान के नोश्की जिले में एक पुलिसकर्मी की हत्या की गई थी।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान दुनिया के उन दो देशों में शामिल हैं जहां वाइल्ड पोलियोवायरस के मामले अभी भी सामने आते हैं। सुरक्षा संबंधी मुद्दे और टीकाकरण में हिचकिचाहट जैसी चुनौतियों के कारण पाकिस्तान में पोलियो उन्मूलन के प्रयास धीमे हो गए हैं।
हाल ही में, सितंबर में, पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पोलियोवायरस के दो नए मामले सामने आए थे, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है।