क्या पाकिस्तान और ईरान से 10 हजार से ज्यादा अफगान शरणार्थियों को जबरन वापस भेजा गया?
सारांश
Key Takeaways
- १०,००० से ज्यादा अफगान शरणार्थियों को जबरन वापस भेजा गया।
- अफगान सरकार ने इस स्थिति को मानवाधिकार उल्लंघन बताया।
- पाकिस्तान और ईरान के बीच सुरक्षा मुद्दों का असर शरणार्थियों पर पड़ रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता की अपील की गई है।
काबुल, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि पाकिस्तान से अफगान शरणार्थियों को जबरदस्ती बाहर निकाला जा रहा है। शनिवार को एक अफगान अधिकारी ने जानकारी दी कि पिछले दो दिनों में ईरान और पाकिस्तान से १०,००० से ज्यादा अफगान शरणार्थियों को जबरन निकाला गया है।
अफगान सरकार के उप प्रवक्ता हमदुल्ला फितरत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रवासियों के मुद्दों को सुलझाने वाले उच्च आयोग की एक रिपोर्ट साझा की। उन्होंने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को १,९३९ परिवार अफगानिस्तान लौट आए। इन परिवारों में कुल १०,०४३ लोग शामिल थे।
रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी शरणार्थी हेरात में इस्लाम कला, निमरोज में पुल-ए-अब्रेशम, कंधार में स्पिन बोल्डक, हेलमंद में बहरामचा और नंगरहार में तोरखम जैसे बड़े बॉर्डर क्रॉसिंग के रास्ते से अफगानिस्तान लौटे।
झवोक अफ़गान न्यूज के अनुसार, फितरत ने कहा कि १,४६४ रिफ्यूजी परिवारों, जिनमें ८,१४० लोग शामिल थे, को उनके अपने इलाकों में भेज दिया गया, जबकि १,२७९ परिवारों को मानवीय सहायता प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों ने लौटने वालों को कुल १,६२६ सिम कार्ड दिए।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले बुधवार को, पाकिस्तानी और ईरानी अधिकारियों ने २,३०० अफगान शरणार्थियों को जबरदस्ती वापस भेज दिया। इससे पहले नवंबर की शुरुआत में भारी संख्या में अफगान शरणार्थियों को पाकिस्तान और ईरान से जबरन वापस भेजा गया था। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) ने बताया कि पाकिस्तान ने २०२५ में रिकॉर्ड संख्या में अफगान प्रवासियों को हिरासत में लिया है। इनमें सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां बलूचिस्तान और पंजाब प्रांतों में हुई हैं।
अफगानिस्तान की न्यूज एजेंसी खामा प्रेस ने बताया कि यूएनएचसीआर की एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि ज्यादातर गिरफ्तारियां बलूचिस्तान के चगाई और क्वेटा जिलों और पंजाब के अटक जिलों में हुईं।
एजेंसी के अनुसार, पाकिस्तानी अधिकारियों ने १ जनवरी से नवंबर २०२५ के बीच १,००,९७१ अफगानों को गिरफ्तार किया, जो २०२४ में लगभग ९,००० और २०२३ में २६,००० से ज्यादा गिरफ्तारियों की तुलना में बढ़ा है।
—राष्ट्र प्रेस