क्या ईरान-इजरायल सीजफायर उल्लंघन पर ट्रंप भड़के?

सारांश
Key Takeaways
- सीजफायर उल्लंघन पर ट्रंप की कड़ी प्रतिक्रिया।
- इजरायल का हमला और ईरान की प्रतिक्रिया पर चिंता।
- अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की प्रभावशीलता।
वॉशिंगटन, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर के उल्लंघन पर कड़ी नाराजगी जताई।
ट्रंप ने चेतावनी दी कि दोनों देशों की गतिविधियाँ उस महत्वपूर्ण युद्धविराम को खतरे में डाल सकती हैं, जिस पर सोमवार रात सहमति बनी थी।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "इन देशों को शांत होना होगा। यह स्थिति हास्यास्पद है। जो मैंने देखा, वह मुझे बिल्कुल पसंद नहीं आया, न तो इजरायल का हमला और न ही ईरान की प्रतिक्रिया।"
ट्रंप ने कहा, "जैसे ही हमने समझौता किया, इजरायल ने सबसे बड़ा हमला किया, जो पहले कभी नहीं देखा गया। मैं इससे नाखुश हूं, और ईरान से भी संतुष्ट नहीं हूं। उन्हें १२ घंटे दिए गए थे, लेकिन एक घंटे में ही सब कुछ खत्म कर दिया।"
उन्होंने कहा कि जब युद्धविराम की घोषणा की गई थी, तब इजरायल को इसका पालन करना चाहिए था। "आपको १२ घंटे मिले थे, लेकिन आपने पहले घंटे में ही सब कुछ नष्ट कर दिया। यह कोई तरीका नहीं है। ये दोनों देश इतने लंबे समय से लड़ रहे हैं कि अब उन्हें पता नहीं चल रहा कि क्या कर रहे हैं।"
इससे पहले, ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर इजरायल को स्पष्ट चेतावनी दी थी, "इजरायल, बम मत गिराओ। अगर आप ऐसा करते हैं, तो यह बड़ा उल्लंघन होगा। अपने पायलट्स को तुरंत वापस बुलाओ!"
सोमवार रात, ईरान ने इराक और कतर में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर छह मिसाइलें दागीं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। ईरानी मीडिया ने इस ऑपरेशन को विजय की घोषणा कहा। हालाँकि, अमेरिकी पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने अधिकतर मिसाइलों को रोक लिया और कतर के ठिकानों पर गंभीर प्रभाव नहीं पड़ा।