क्या ट्रंप और किम की मुलाकात नहीं होगी?
सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप की यात्रा ने किम जोंग-उन से संभावित बैठक की अटकलें बढ़ा दी थीं।
- बैठक का न होना उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर प्रभाव डाल सकता है।
- कोरियाई युद्ध का संदर्भ देते हुए ट्रंप ने संवाद की आवश्यकता पर बल दिया।
सियोल, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण कोरिया पहुंच चुके हैं। इस यात्रा के दौरान उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और ट्रंप की मुलाकात की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति ने इन अटकलों पर अब विराम लगा दिया है। उन्होंने बुधवार को स्पष्ट किया कि किम जोंग-उन के साथ उनकी बैठक नहीं होगी।
ट्रंप ने यह बयान दक्षिण-पूर्वी शहर ग्योंगजू पहुंचने के कुछ ही समय बाद दिया। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग सम्मेलन में भाग लेने के दौरान, उन्होंने कहा, "मैं किम जोंग-उन को बहुत अच्छी तरह जानता हूं। हमारे बीच बहुत अच्छी समझ है, लेकिन हम सही समय का आकलन नहीं कर पाए।"
ट्रंप की इस यात्रा ने यह अटकलें बढ़ा दी थीं कि वह किम से उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर व्यक्तिगत बातचीत शुरू करने के लिए मिल सकते हैं।
ट्रंप और किम जोंग-उन ने पहले भी तीन बार मुलाकात की थी, जिसमें सिंगापुर में जून 2018, वियतनाम में फरवरी 2019 और पनमुनजोम में जून 2019 शामिल हैं।
ट्रंप ने कोरियाई युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, "मुझे पता है कि आप आधिकारिक तौर पर युद्ध में हैं, लेकिन हम देखेंगे कि हम इसे सुलझाने के लिए क्या कर सकते हैं।" कोरियाई युद्ध शांति संधि पर नहीं, बल्कि युद्धविराम पर समाप्त हुआ था।
उन्होंने आगे कहा, "हम भविष्य में दौरे करेंगे और किम जोंग-उन और अन्य सभी के साथ मिलकर हालात को सुलझाने के लिए मेहनत करेंगे, क्योंकि यही समझदारी है।"
ट्रंप और किम की मुलाकातों का मुख्य उद्देश्य प्रतिबंधों में राहत के बदले उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर एक समझौता करना था, लेकिन आगे बढ़ने के तरीके पर असहमति के कारण यह बैठक नहीं हो सकी।
दक्षिण कोरिया पहुंचने से पहले, ट्रंप ने बार-बार किम से फिर से मिलने की इच्छा जताई थी, और यह भी कहा था कि यदि आवश्यक हो तो वह अपने प्रवास को बढ़ा सकते हैं। वहीं, उत्तर कोरिया लगातार मिसाइलों का परीक्षण करता रहा है।