क्या यूक्रेन ने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अमेरिका को नया प्रारूप प्रस्तावित किया है: जेलेंस्की?

सारांश
Key Takeaways
- यूक्रेन ने अमेरिका को हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए नया प्रारूप प्रस्तुत किया है।
- फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 26 देशों की युद्धविराम प्रतिबद्धता का ऐलान किया।
- रूसी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका की सैन्य सहायता को नकारा।
- शांति प्रयासों के लिए पुतिन के साथ संवाद आवश्यक है।
- यह प्रस्ताव क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
कीव, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने जानकारी दी है कि यूक्रेन ने अपने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को एक नया प्रारूप प्रस्तुत किया है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, जेलेंस्की ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के बाद एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यूक्रेन ने अमेरिका के लिए हमारे हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए एक प्रारूप प्रस्तावित किया है, जिस पर अमेरिका विचार कर सकता है।" उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उन्होंने शांति की दिशा में आगे बढ़ने के तरीकों पर भी चर्चा की।
जेलेंस्की की प्रेस सेवा के अनुसार, ट्रंप के साथ यह बातचीत पेरिस में 'स्वैच्छिक गठबंधन' की बैठक के बाद हुई, जिसमें यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव मार्क रूट और यूरोपीय देशों के नेताओं ने भी भाग लिया।
बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेलेंस्की के साथ बोलते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घोषणा की कि 26 देश यूक्रेन में युद्धविराम के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मैक्रों ने कहा कि ये देश एक 'आश्वासन बल' में योगदान देंगे, जो यूक्रेन में सैनिकों को तैनात कर सकता है या भूमि, समुद्र या हवा में सहायता प्रदान कर सकता है।
जेलेंस्की ने इस घोषणा का स्वागत एक ठोस कदम के रूप में किया और इस बात पर जोर दिया कि शांति प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय या त्रिपक्षीय बैठक जरूरी है।
हाल ही में अमेरिका द्वारा यूक्रेन को 3,350 हवाई-प्रक्षेपित विस्तारित-दूरी हमलावर युद्ध प्रणाली मिसाइलों की बिक्री को मंजूरी दिए जाने के संबंध में रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि यह अमेरिकी कदम यूक्रेन में संघर्ष को कूटनीतिक माध्यमों से सुलझाने की उसकी इच्छा के विपरीत है।
उन्होंने कहा कि रूस ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि यूक्रेन को सैन्य सहायता केवल उसकी पीड़ा को बढ़ाएगी और संघर्ष के नियंत्रण से बाहर होने का जोखिम पैदा करेगी।