क्या अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हमास को दी धमकी कि उसका सफाया हो जाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- हमास को हथियार डालने की चेतावनी दी गई है।
- इजरायल का निर्णय विदेशी सैनिकों की तैनाती पर महत्वपूर्ण है।
- युद्धविराम समझौता चुनौतीपूर्ण है।
- बंदियों की स्थिति पर चिंता जताई गई।
- अमेरिका और इजरायल का सहयोग गहरा है।
यरूशलम, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हमास को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उसने अपने हथियार नहीं डाले, तो उसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इजरायल यह निर्धारित करेगा कि गाजा में कौन से विदेशी सैनिक तैनात हो सकते हैं।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की योजना के तहत इजरायल और हमास के बीच पहले चरण में युद्धविराम और बंधकों तथा कैदियों की रिहाई हो चुकी है। गाजा शांति योजना के अनुसार, हमास को अपने हथियार डालने के साथ-साथ गाजा से बाहर जाना होगा। इसी संदर्भ में उपराष्ट्रपति का वक्तव्य सामने आया है।
गाजा के उत्तर में किरयात गत में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, उपराष्ट्रपति वेंस ने कहा कि यदि हमास समूह सहयोग करता है तो उसे बख्शा जा सकता है। उन्होंने कहा, "अगर वह सहयोग नहीं करता है, तो हमास का सफाया हो जाएगा।"
वेंस ने कहा कि व्हाइट हाउस इजरायल पर विदेशी सैनिकों की मौजूदगी को लेकर दबाव नहीं डालेगा, इसे उन्होंने "इजरायलियों के लिए सहमत होने वाला मामला" कहा। उन्होंने आगे कहा कि तुर्किए इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
ट्रंप के पीस प्लान के तहत पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है; अब दूसरे चरण की संभावना पर काम चल रहा है। इस बीच, अमेरिकी अधिकारी ने भविष्य में आने वाली चुनौतियों के बारे में कहा, "क्या मैं 100 प्रतिशत निश्चितता के साथ कह सकता हूं कि यह काम करेगा? नहीं, लेकिन प्रयास करने से मुश्किलें हल होती हैं।"
उन्होंने बंधकों और शवों की धीमी गति से बरामदगी पर निराशा भी व्यक्त की। उन्होंने "थोड़ा धैर्य" रखने की अपील करते हुए कहा, "इनमें से कुछ बंधक हजारों पाउंड मलबे के नीचे दबे हुए हैं। कुछ बंधकों के बारे में तो किसी को पता ही नहीं है कि वे कहां हैं।"
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, युद्धविराम समझौते को उल्लंघन के परस्पर आरोपों के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन इजरायल और हमास दोनों ने सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
यह उल्लेखनीय है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति मंगलवार को इजरायल पहुंचे हैं। ऐसे में उनके इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सहित इजरायली नेताओं से मिलने की संभावना है। मिडिल ईस्ट में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर, वेंस की यात्रा से पहले ही इजरायल में मौजूद थे।