क्या इजरायल ने स्पेन के दो मंत्रियों की एंट्री पर रोक लगाई? विदेश मंत्री ने बताई वजह

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क्या इजरायल ने स्पेन के दो मंत्रियों की एंट्री पर रोक लगाई? विदेश मंत्री ने बताई वजह

सारांश

इजरायल ने स्पेन के दो मंत्रियों की एंट्री पर रोक लगाई है। जानें इस विवाद के पीछे की वजह और विदेश मंत्री गिदोन सार के बयान। क्या यह कदम इजरायल की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित करेगा?

Key Takeaways

  • इजरायल ने स्पेन के मंत्रियों की एंट्री पर रोक लगाई है।
  • विदेश मंत्री ने स्पेन की शत्रुतापूर्ण नीति पर चिंता जताई।
  • यह कदम इजरायल और स्पेन के संबंधों को प्रभावित कर सकता है।
  • गिदोन सार ने स्पेनिश प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
  • यहूदी विरोधी बयानबाजी की वजह से व्यक्तिगत प्रतिबंध लगाए गए हैं।

यरुशलम, ८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल ने स्पेन को एक चेतावनी दी है। इजरायल के विदेश मंत्री ने बताया कि स्पेन की सरकार एक शत्रुतापूर्ण और इजरायल विरोधी नीति अपना रही है, जिसमें घृणा से भरी बयानबाजी शामिल है। उन्होंने इजरायल में स्पेन के दो मंत्रियों की एंट्री पर रोक लगाई है।

इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि स्पेनिश प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज का भ्रष्ट प्रशासन लगातार इजरायल विरोधी और यहूदी विरोधी हमलों के जरिए गंभीर भ्रष्टाचार के घोटालों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है। वर्तमान स्पेनिश सरकार की इजरायल के प्रति जुनूनी सक्रियता, ईरान में अयातुल्ला शासन से लेकर वेनेजुएला में मादुरो सरकार तक कई अत्याचारी शासनों के साथ उनके संबंधों की पृष्ठभूमि में स्पष्ट है।

उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि स्पेन में यहूदी लोगों के खिलाफ अपराधों में जबरन धर्मांतरण से लेकर यहूदियों का निष्कासन शामिल है। याद रहे, स्पेन, इजरायल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पश्चिमी यूरोप का अंतिम देश था। स्पेन की वर्तमान सरकार जानबूझकर उन संबंधों को नुकसान पहुंचा रही है, जो समाजवादी और रूढ़िवादी सरकारों के कार्यकाल के दौरान दशकों से मजबूत रहे हैं।

विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि इजरायली नीति की आलोचना हमेशा यहूदी विरोधी नहीं होती, लेकिन जब इसे शैतानी, अवैध और दोहरे मानदंडों से चिह्नित किया जाता है, तो यह यहूदी विरोधी हो जाती है। स्पेनिश सरकार के सदस्यों के बयान इस संदर्भ में सही नहीं हैं, इसलिए उनकी नीति गलत है। मैंने आईएचआरए के पूर्ण अधिवेशन में स्पेनिश सरकार के सदस्यों के प्रत्यक्ष यहूदी विरोधी होने का मुद्दा उठाने का निर्णय लिया है। इजरायल सरकार का यह कर्तव्य है कि वह संस्थागत यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ खड़ी हो और इसे स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करे।

उन्होंने आगे कहा कि स्पेनिश सरकार के उन सदस्यों पर व्यक्तिगत प्रतिबंध लगाना अब संभव नहीं है, जिन्होंने रेड लाइन पार कर ली है। मैंने कार्यवाहक गृह मंत्री यारिव लेविन और प्रधानमंत्री की स्वीकृति से व्यक्तिगत प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इसके तहत स्पेन की उप-प्रधानमंत्री और श्रम मंत्री योलांडा डियाज का इजरायल में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और इजरायल उनसे कोई संपर्क नहीं रखेगा। नरसंहार के कुछ दिन बाद अक्टूबर २०२३ में डियाज ने इजरायल पर युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया था। मई २०२४ में स्पेन द्वारा 'फिलिस्तीनी राज्य' को मान्यता देने के अगले दिन उन्होंने कहा कि यह फिलिस्तीन को नदी से समुद्र तक मुक्त करने की दिशा में पहला कदम है, जिसका अर्थ इजरायल का उन्मूलन है।

अक्टूबर २०२४ में लेबनान में जमीनी युद्धाभ्यास शुरू होने के बाद, योलांडा डियाज ने इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का आह्वान किया। दिसंबर २०२४ में उन्होंने इजरायली उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया और कहा कि वह इजरायली उत्पाद नहीं खरीदती हैं। अप्रैल २०२५ में उन्होंने इजरायल को 'नरसंहारकारी राज्य' कहा और इसके खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया। जुलाई २०२५ में उन्होंने संबंधों को पूरी तरह से तोड़ने का आह्वान किया। डियाज के बयानों से स्पष्ट है कि वह प्रधानमंत्री सांचेज की राजनीतिक कमजोरी का फायदा उठा रही हैं और अपने इजरायल विरोधी और यहूदी विरोधी एजेंडे को लागू करने के लिए कदम दर कदम मजबूर कर रही हैं।

इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि इसी पार्टी की युवा एवं बाल मंत्री सिरा रेगो पर भी इसी तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इजरायल में उनका प्रवेश प्रतिबंधित है और इजरायल उनसे कोई संपर्क नहीं रखेगा। रेगो ने ७ अक्टूबर २०२३ को एक पोस्ट में नरसंहार को उचित ठहराया। अप्रैल २०२५ में उन्होंने इजरायल को 'नरसंहारकारी राज्य' कहा और उसके साथ सुरक्षा व्यापार का विरोध किया। मई २०२५ में उन्होंने संबंधों को पूरी तरह से तोड़ने और 'नरसंहारकारी शासन' के विरुद्ध प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया। उन्होंने यूरोपीय संघ से इजरायल के साथ सभी संबंध तोड़ने और हर स्तर पर उस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।

उन्होंने आगे कहा कि स्पेन के दोनों मंत्रियों पर इजरायल में प्रवेश प्रतिबंध है और इजरायल उनसे कोई संपर्क नहीं रखेगा। साथ ही इजरायल अपने सहयोगियों का ध्यान स्पेन सरकार के शत्रुतापूर्ण आचरण और उसके मंत्रियों के बयानों में यहूदी-विरोधी और हिंसक आयाम की ओर आकर्षित करेगा। यह जरूरी है कि दुनिया भर में इजरायल के मित्र वर्तमान स्पेनिश सरकार के खतरनाक चरित्र को समझें।

Point of View

मैं यह कहना चाहूंगा कि इजरायल सरकार का यह कदम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आवश्यक है। हमें यह समझना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में ऐसे कदम कभी-कभी मजबूरी के तहत उठाए जाते हैं।
NationPress
08/09/2025

Frequently Asked Questions

स्पेन के मंत्रियों पर रोक क्यों लगाई गई?
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार के अनुसार, स्पेन की सरकार ने एक शत्रुतापूर्ण इजरायल विरोधी रुख अपनाया है, जिसके कारण यह रोक लगाई गई।
क्या यह कदम अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित करेगा?
हां, इस कदम से इजरायल और स्पेन के बीच के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
गिदोन सार ने क्या कहा?
गिदोन सार ने कहा कि स्पेनिश प्रधानमंत्री का प्रशासन इजरायल विरोधी बयानबाजी के जरिए भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है।
क्या अन्य देशों का भी इस पर प्रतिक्रिया होगी?
यह संभव है कि अन्य देशों ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी हो, खासकर जो इजरायल के सहयोगी हैं।
स्पेन के मंत्रियों पर क्या प्रतिबंध लगे हैं?
स्पेन की उप-प्रधानमंत्री और श्रम मंत्री योलांडा डियाज और युवा एवं बाल मंत्री सिरा रेगो पर इजरायल में प्रवेश प्रतिबंधित है।