क्या बिहार में पुलिस ने छपरा मंदिर से चोरी हुई अष्टधातु की मूर्तियां बरामद कीं?
सारांश
Key Takeaways
- गोपालगंज के थावे मंदिर से चोरी गई मूर्तियां बरामद हुईं।
- पुलिस ने छापेमारी में कई वस्तुएं जब्त कीं।
- आरोपी शरीफ साईं और उसके परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस को इस मामले में बड़े गिरोह का पर्दाफाश करने की उम्मीद है।
- मंदिर में चोरी किए गए आभूषणों की रिकवरी प्राथमिकता है।
गोपालगंज, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के प्रसिद्ध सिद्धपीठ गोपालगंज के थावे मंदिर में हुई चोरी के मामले में सामान बरामद करने गई पुलिस ने सोमवार को छपरा मंदिर से चोरी की गई राम-सीता की बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्तियों को खोज निकाला। वास्तव में, गोपालगंज पुलिस की एसआईटी ने थावे मंदिर चोरी के मामले में फरार आरोपी शरीफ साईं के घर पर छापेमारी की।
नगर थाने के अरार मोहल्ले में चल रही छापेमारी के दौरान पुलिस को राम-सीता की बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियां मिलीं। ये मूर्तियां छपरा के मंदिर से चुराई गई थीं और इन्हें जमीन के नीचे गड्ढा खोदकर छिपाया गया था, जिसके ऊपर ईंटों की सोलिंग की जा रही थी। पुलिस और मेटल डिटेक्टर की टीम ने एक-एक कमरे और आसपास के घरों की तलाशी लेकर इसका पता लगाया।
पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस ने फरार वांटेड शरीफ साईं के घर से चोरी की गई राम-सीता की बहुमूल्य मूर्तियों के साथ-साथ एक देसी कट्टा, एक मूर्ति का बायां हाथ टूटा हुआ, दोनों मूर्तियों पर जनेऊ पहने हुए चिन्ह, अष्टधातु के तीन टुकड़े, मूर्ति खड़ा करने वाला स्टैंड, सिलाई मशीन और उसका फ्रेम, तीन चूल्हे, गैस सिलेंडर, हैंड कटर, ताला काटने वाली मशीन आदि बरामद की गईं।
इस मामले में पुलिस ने शरीफ साईं की पत्नी शब्बा खातुन और उसकी मां मदीना खातून को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि इनसे पूछताछ के बाद कई जानकारियाँ मिली हैं। पुलिस को उम्मीद है कि इनकी गिरफ्तारी से मूर्तियों की चोरी के मामले में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सकेगा और थावे मंदिर चोरी कांड की गुत्थी भी सुलझाई जा सकेगी। हालांकि, मंदिर में चोरी किए गए आभूषणों की रिकवरी पुलिस के लिए प्राथमिकता बनी हुई है।