क्या पीएम स्वनिधि योजना के तहत चमोली के छोटे व्यापारियों को मिला आर्थिक सहारा?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने छोटे व्यापारियों को सस्ती दरों पर ऋण प्रदान किया है।
- चमोली में 600 से अधिक लाभार्थियों ने इस योजना का लाभ उठाया है।
- योजना का उद्देश्य छोटे व्यापारियों को आत्मनिर्भर बनाना है।
- कोविड-19 के बाद यह योजना एक महत्वपूर्ण सहारा बनी है।
- बेरोजगार युवाओं के लिए भी यह योजना लाभकारी है।
चमोली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी-पटरी लगाकर जीवनयापन करने वाले व्यक्तियों को सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना से शहरों में सड़क किनारे छोटे-मोटे कारोबार करने वालों को महत्वपूर्ण मदद मिली है। उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली में भी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का सकारात्मक प्रभाव नजर आ रहा है, जहां अब तक 600 से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों ने इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आजीविका को सशक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू की गई इस योजना के माध्यम से देशभर में लाखों रेहड़ी-पटरी वालों और छोटे व्यापारियों को आर्थिक संबल दिया जा रहा है। योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को बिना किसी जटिल प्रक्रिया के ऋण उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपना छोटा कारोबार शुरू कर सकें या उसे आगे बढ़ा सकें। खासकर, कोविड-19योजना उनके लिए राहत लेकर आई।
उत्तराखंड में चमोली जिले के लाभार्थियों का कहना है कि कोविड के बाद प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से उन्हें विशेष लाभ मिला है। नगर पालिका द्वारा उन्हें चिह्नित कर योजना से जोड़ा गया, जिससे उन्हें समय पर ऋण मिल सका। इस ऋण की मदद से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, बल्कि अब वे सम्मानपूर्वक जीवनयापन कर पा रहे हैं और पहले की तुलना में बेहतर आमदनी भी कर रहे हैं। लाभार्थियों ने केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा कि सरकार ने गरीब और छोटे व्यापारियों की पीड़ा को समझते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह अहम कदम उठाया है।
योजना के लाभार्थी पुष्कर सिंह ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें पीएम स्वनिधि योजना के तहत नगर पालिका के माध्यम से ऋण की सुविधा मिली। उन्होंने कहा कि इस योजना से मिली राशि से उन्होंने अपना कारोबार शुरू किया। आवेदन के दौरान नगर पालिका द्वारा आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज मांगे गए, जिन्हें जमा करने के बाद लोन स्वीकृत किया गया। पुष्कर सिंह ने कहा कि सरकार की यह योजना न केवल रेहड़ी-पटरी वालों, बल्कि बेरोजगार युवाओं के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित हो रही है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभ से उन्होंने अपने कारोबार को आगे बढ़ाया है और अब उनकी आमदनी में भी लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस तरह की योजनाएं जरूरतमंद लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।