क्या इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक चेकपॉइंट पर एक फिलिस्तीनी युवक को मार डाला?

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क्या इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक चेकपॉइंट पर एक फिलिस्तीनी युवक को मार डाला?

सारांश

इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में एक फिलिस्तीनी युवक की हत्या की है, जिसे सेना ने आतंकवादी बताया है। यह घटना उस समय हुई जब युवक ने संदिग्ध वस्तु फेंकी। फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं दो-राज्य समाधान की संभावना को कमजोर कर रही हैं।

Key Takeaways

  • इजरायली सेना ने एक फिलिस्तीनी युवक को गोली मारी।
  • फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि यह हत्या है।
  • इजरायली सेना ने युवक को आतंकवादी बताया।
  • तनावपूर्ण स्थिति में इजरायल-फिलिस्तीनी संबंध और भी बिगड़ सकते हैं।
  • इस घटना ने क्षेत्र में जारी संघर्ष को उजागर किया।

यरुशलम, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायली सेना ने उत्तरी वेस्ट बैंक में एक सैन्य चौकी पर एक फिलिस्तीनी व्यक्ति को गोली मार दी। सेना और फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि की।

इजरायली सेना ने उस व्यक्ति को 'आतंकवादी' बताया, जिसने नबलूस के दक्षिण-पश्चिम में बुरिन गांव के पास सैनिकों के नजदीक पहुंचकर एक संदिग्ध वस्तु फेंकी।

सेना ने कहा कि व्यक्ति ने सैनिकों के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके परिणामस्वरूप 'मानक गिरफ्तारी प्रक्रिया' के तहत गोली चलाई गई। इस घटना में कोई इजरायली सैनिक घायल नहीं हुआ।

फिलिस्तीन की आधिकारिक वफा समाचार एजेंसी के अनुसार, गोली लगने वाला व्यक्ति अहमद अब्दुल फत्ताह शाहदेह है, जिसकी उम्र 57 वर्ष है और वह नब्लस गवर्नरेट के उरिफ शहर का निवासी है। उन्होंने कहा कि गोलीबारी अल-मुराबबा चेकपोस्ट के निकट हुई।

नब्लस में रेड क्रिसेंट एम्बुलेंस और आपातकालीन केंद्र के निदेशक अहमद अमीद ने कहा कि गोलीबारी की खबरों के बाद एम्बुलेंस टीमें भेजी गईं, लेकिन सैनिकों ने उन्हें घायल व्यक्ति तक पहुंचने से रोक दिया।

इजरायली सेना ने एक अन्य बयान में कहा कि पिछले सप्ताह उन्होंने वेस्ट बैंक के कई गांवों से 70 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया। इस दौरान राइफल और पिस्तौल जब्त की गईं और विस्फोटक उपकरणों को नष्ट किया गया।

वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में 7 लाख 20 हजार से अधिक इजरायली बस्तियां हैं, जहाँ लगभग 33 लाख फिलिस्तीनी निवास करते हैं।

इजरायल ने 1967 के मध्य पूर्व युद्ध में इन क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था, और तब से वहाँ बस्तियों का निर्माण जारी है। अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इन बस्तियों को अवैध माना जाता है।

वेस्ट बैंक में इजरायली सैन्य चौकियों पर फिलिस्तीनियों को अक्सर मारपीट, दुर्व्यवहार और तलाशी का सामना करना पड़ता है।

फिलिस्तीनी उपनिवेश और दीवार प्रतिरोध आयोग (सीडब्ल्यूआरसी) के अनुसार, इजरायल ने फिलिस्तीनी भूमि को विभाजित करने के लिए 898 स्थायी और अस्थायी बैरियर और चेकपॉइंट बनाए हैं। इनमें 156 से अधिक लोहे के गेट शामिल हैं, जो अक्टूबर 2023 के बाद स्थापित किए गए।

आयोग ने अगस्त में वेस्ट बैंक में इजरायली सेना और अवैध बस्तियों में रहने वालों द्वारा फिलिस्तीनियों और उनकी संपत्ति पर 1,613 हमले दर्ज किए, जिनमें से 431 हमले बस्तियों में रहने वालों ने किए।

7 अक्टूबर 2023 को गाजा पर इजरायल के युद्ध शुरू होने के बाद से, वेस्ट बैंक में बस्तियों का विस्तार, घरों को तोड़ना और लोगों को जबरन विस्थापित करना तेज हो गया है।

फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि ये कदम दो-राज्य समाधान की संभावना को कमजोर कर रहे हैं।

Point of View

बल्कि यह इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के जटिल पहलुओं को भी उजागर करती है। हमें यह समझना चाहिए कि इस प्रकार की घटनाएं केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं हैं, बल्कि एक बड़े संघर्ष का हिस्सा हैं, जो दोनों पक्षों के लिए गंभीर परिणाम लाती हैं।
NationPress
06/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या इजरायली सेना ने सही कदम उठाया?
इजरायली सेना का कहना है कि उन्होंने आत्मरक्षा में कार्रवाई की, जबकि फिलिस्तीनी अधिकारियों का मानना है कि यह एक और हत्या है।
इस घटना का क्या असर होगा?
यह घटना इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को और भी बढ़ा सकती है और दोनों पक्षों के बीच तनाव को बढ़ा सकती है।
क्या इस तरह की घटनाएं आम हैं?
हां, वेस्ट बैंक में इस प्रकार की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जो संघर्ष के जटिल पहलुओं को दर्शाती हैं।