क्या एस जयशंकर ने दक्षिण कोरिया के नए विदेश मंत्री चो ह्यून को बधाई दी?

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क्या एस जयशंकर ने दक्षिण कोरिया के नए विदेश मंत्री चो ह्यून को बधाई दी?

सारांश

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चो ह्यून को दक्षिण कोरिया का नया विदेश मंत्री बनने पर बधाई दी है। इस विशेष मौके पर जयशंकर ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की। चो ह्यून ने अपने अतीत पर माफी मांगी और भविष्य के लिए नई दिशा के संकेत दिए।

Key Takeaways

  • जयशंकर ने चो ह्यून को बधाई दी और सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
  • चो ह्यून ने अपने पुराने आचरण के लिए माफी मांगी।
  • दक्षिण कोरिया की कूटनीतिक प्राथमिकता शांति स्थापित करना है।
  • अमेरिका के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
  • भविष्य में सुधार के लिए संगठन में परिवर्तन लाने का आश्वासन दिया गया।

नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को चो ह्यून को कोरिया गणराज्य का नया विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने पर बधाई दी।

एक्स पर एक पोस्ट में, जयशंकर ने लिखा: "कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त होने पर राजदूत चो ह्यून को बधाई। हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हूं।"

राजदूत चो ह्यून, एक अनुभवी राजनयिक हैं, जो पहले संयुक्त राष्ट्र में दक्षिण कोरिया के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत रहे हैं और दुनिया भर में महत्वपूर्ण राजनयिक भूमिकाएं निभा चुके हैं।

विदेश मंत्री चो ह्यून ने सबको हैरान करते हुए सोमवार को अपने पुराने राजनयिक आचरण के लिए सार्वजनिक माफीनामा जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि पिछली यून सुक येओल सरकार के दौरान राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उनके मंत्रालय का दुरुपयोग किया गया था।

चो ने यह टिप्पणी राष्ट्रपति ली जे म्युंग के पहले विदेश मंत्री के रूप में अपने शपथ ग्रहण समारोह में की, जिन्होंने दिसंबर में मार्शल लॉ लागू करने के बाद यून को पद से हटाए जाने के बाद पिछले महीने पदभार ग्रहण किया था।

चो ने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में, राजनयिक मुद्दों का इस्तेमाल घरेलू राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया गया है, और कूटनीति के क्षेत्र में, जहाँ राष्ट्रीय हित और व्यावहारिकता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, अक्सर स्पष्ट रूप से देखा गया है।"

उन्होंने कहा, "विदेश मंत्री होने के नाते, मैं जनता से तहे दिल से माफी मांगता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि विदेश मंत्रालय पूरी प्रक्रिया के दौरान जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है। उन्होंने इस तरह की गलतियों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए संगठन में सुधार का संकल्प लिया।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चो ने कहा कि बढ़ती भू-राजनीतिक अस्थिरता के इस दौर में, कोरियाई प्रायद्वीप में शांति स्थापित करना दक्षिण कोरिया की सर्वोच्च कूटनीतिक प्राथमिकता होनी चाहिए।

उन्होंने कहा, "हमें प्रायद्वीप में तनाव कम करने और उत्तर कोरिया के साथ बातचीत का रास्ता बनाने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहिए।" उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु मुद्दों को सुलझाने के प्रयासों में "ठोस" प्रगति की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

Point of View

यह समाचार दर्शाता है कि किस प्रकार कूटनीतिक रिश्ते और संवाद महत्वपूर्ण होते हैं। एस. जयशंकर का बधाई देना केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह एक नए शुरुआत का संकेत भी है। चो ह्यून का माफीनामा और उनकी नई रणनीतियाँ दर्शाते हैं कि दक्षिण कोरिया में नेतृत्व परिवर्तन के साथ ही नई चुनौतियों का सामना करने का साहस भी है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

चो ह्यून कौन हैं?
चो ह्यून दक्षिण कोरिया के नए विदेश मंत्री हैं, जो पहले संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत थे।
एस. जयशंकर ने चो ह्यून को क्या कहा?
एस. जयशंकर ने चो ह्यून को उनके नए पद पर बधाई दी और दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
चो ह्यून ने माफी क्यों मांगी?
चो ह्यून ने पिछली सरकार के दौरान राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मंत्रालय के दुरुपयोग के लिए माफी मांगी।
दक्षिण कोरिया की वर्तमान कूटनीतिक प्राथमिकताएँ क्या हैं?
दक्षिण कोरिया की प्राथमिकता कोरियाई प्रायद्वीप में शांति स्थापित करना और अमेरिका के साथ मिलकर काम करना है।
चो ह्यून की आगामी योजनाएँ क्या हैं?
चो ह्यून ने भू-राजनीतिक अस्थिरता के बीच स्थिरता लाने के लिए नई रणनीतियाँ बनाने का संकल्प लिया है।