क्या मैनचेस्टर में यहूदी प्रार्थना स्थल के बाहर हमला हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- मैनचेस्टर में यहूदी प्रार्थना स्थल के बाहर हमला हुआ।
- चार लोग इस हमले में घायल हुए हैं।
- संदिग्ध को गोली मार दी गई है।
- यह घटना योम किप्पुर के दिन हुई।
- सीएसटी ने इसे एक गंभीर हमला बताया है।
नई दिल्ली, २ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तरी इंग्लैंड के मैनचेस्टर में स्थित एक यहूदी धर्म स्थल के बाहर हुए हमले में चार लोग घायल हुए हैं। एक अज्ञात व्यक्ति ने चाकू से हमला करने के बाद लोगों को गाड़ी से टक्कर मारी। पुलिस ने संदिग्ध को गोली मार दी है।
'द गार्जियन' के अनुसार, ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस (जीएमपी) ने बताया कि उन्हें सुबह ९:३१ बजे क्रम्पसॉल के मिडलटन रोड स्थित प्रार्थना स्थल में एक आम नागरिक द्वारा बुलाया गया था। नागरिक ने सूचना दी कि उसने एक कार को आम लोगों की ओर बढ़ते देखा है और एक व्यक्ति पर चाकू से हमला होते हुए देखा है।
बयान में कहा गया, "सुबह ९:३४ बजे फायरआर्म्स ऑफिसर्स को तैनात किया गया क्योंकि पुलिस को आम नागरिकों से लगातार रिपोर्ट मिल रही थी कि एक सुरक्षा गार्ड पर चाकू से हमला किया गया है। जीएमपी ने सुबह ९:३७ बजे 'प्लेटो' की घोषणा की।" यह एक राष्ट्रीय कोडवर्ड है जिसका उपयोग पुलिस और आपातकालीन सेवाओं द्वारा आतंकवादी हमले का जवाब देने के लिए किया जाता है।
पुलिस ने घटना का क्रमबद्ध विवरण दिया है। आगे लिखा है, "ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस अधिकारियों ने सुबह ९:३८ बजे गोलियां चलाईं जिसमें एक व्यक्ति को गोली लगी। पैरामेडिक्स ९:४१ बजे घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को देख रहे हैं, वर्तमान में चार आम नागरिक इस हमले में घायल हुए हैं।
मैनचेस्टर के मेयर एंडी बर्नहैम ने कहा कि क्रम्पसॉल के मिडलटन रोड पर एक "गंभीर घटना" हुई थी, लेकिन ऐसा लगता है कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है।
यह घटना योम किप्पुर के दिन हुई, जो यहूदियों के लिए सबसे पवित्र दिन होता है। यह दिन प्रायश्चित का माना जाता है।
कम्युनिटी सिक्योरिटी ट्रस्ट (सीएसटी) ने इस घटना को "यहूदी वर्ष के सबसे पवित्र दिन पर एक भयावह हमला" बताया है। यूके में यहूदी-विरोधी गतिविधियों पर नजर रखने वाले इस संगठन ने कहा, "उत्तरी मैनचेस्टर के एक प्रार्थना स्थल में हुई एक गंभीर घटना के बाद सीएसटी पुलिस और स्थानीय यहूदी समुदाय के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह यहूदी वर्ष के सबसे पवित्र दिन पर एक भयावह हमला प्रतीत होता है। हम जीएमपी अधिकारियों और प्रार्थना स्थल के सुरक्षाकर्मियों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने घटना से निपटने के लिए तुरंत कार्रवाई की।"