मारिया कोरिया कौन हैं? क्या उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को पीछे छोड़ दिया?

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मारिया कोरिया कौन हैं? क्या उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को पीछे छोड़ दिया?

सारांश

नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने मारिया कोरिना मचाडो को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार का विजेता घोषित किया है। उनकी मेहनत ने उन्हें पुरस्कार की दौड़ में राष्ट्रपति ट्रंप से आगे निकाल दिया है। जानें उनके संघर्ष और योगदान के बारे में।

Key Takeaways

  • मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला है।
  • उनका कार्य वेनेजुएला के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए है।
  • डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार नहीं मिला।
  • इस वर्ष 338 नामांकन हुए थे।
  • नोबेल शांति पुरस्कार 1901 से दिया जा रहा है।

नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के नागरिकों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने हेतु मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा की है।

द नोबेल प्राइज के एक्स अकाउंट पर एक बयान में कहा गया, "नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए उनके निरंतर प्रयासों और तानाशाही से लोकतंत्र में न्यायपूर्ण एवं शांतिपूर्ण परिवर्तन के लिए संघर्ष के लिए मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।"

नोबेल कमेटी ने यह भी बताया कि मारिया कोरिना ने अपने जीवन को गंभीर खतरे में डालकर भी अपने कार्य को जारी रखा। उनका यह चुनाव लाखों लोगों के लिए प्रेरणादायक है।

ज्ञात रहे, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए सुझाव दे रहे थे। कई देशों द्वारा उनके नामांकन का समर्थन किया गया, फिर भी उनका यह सपना अधूरा रह गया।

मारिया वेनेजुएला की एक प्रमुख नेता हैं और पूर्व राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी पार्टी की उम्मीदवार रह चुकी हैं। वह एक प्रसिद्ध लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता हैं।

नार्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष जोर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा कि मारिया को विभाजित राजनीतिक विपक्ष को एकजुट करने के लिए सराहा गया, जिसने स्वतंत्र चुनावों और प्रतिनिधि सरकार की मांग की।

इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार काफी चर्चा में रहा, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के कारण। ट्रंप नामांकित होने के लिए अग्रणी दावेदार रहे और इसके लिए सक्रियता से प्रयास किया।

इजरायल, रूस, अजरबैजान, पाकिस्तान, थाईलैंड, आर्मेनिया और कंबोडिया जैसे कई देशों ने ट्रंप को नामांकित किया था।

इस वर्ष इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए 338 नामांकन प्राप्त हुए हैं, जिनमें 94 संगठन और विभिन्न क्षेत्रों के 244 लोग शामिल हैं।

ट्रंप ने दावा किया था कि वह "इतिहास में" "नौ महीनों में आठ युद्धों को सुलझाने" वाले पहले व्यक्ति हैं।

1901 से अब तक नोबेल शांति पुरस्कार 105 बार 139 विजेताओं को दिया जा चुका है: 92 पुरुष, 19 महिलाएं और 28 संगठन शामिल हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि मारिया कोरिना मचाडो का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका संघर्ष न केवल वेनेजुएला के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है। हमें ऐसे नेताओं की आवश्यकता है जो लोकतंत्र की रक्षा करें।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

मारिया कोरिना मचाडो कौन हैं?
मारिया कोरिना मचाडो एक प्रमुख वेनेजुएला की लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष किया है।
नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने उन्हें क्यों चुना?
उन्हें उनके संघर्ष और लोकतंत्र के लिए उनकी मेहनत के लिए 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है।
क्या डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार मिला?
नहीं, डोनाल्ड ट्रंप का नामांकन होने के बावजूद उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला।
नोबेल शांति पुरस्कार क्या है?
नोबेल शांति पुरस्कार हर वर्ष ऐसे व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है, जिन्होंने शांति के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
मारिया का संघर्ष किस बारे में है?
उनका संघर्ष वेनेजुएला में लोकतांत्रिक अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए है।