क्या मारिया कोरिना ने नोबेल शांति पुरस्कार ट्रंप को समर्पित किया?

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क्या मारिया कोरिना ने नोबेल शांति पुरस्कार ट्रंप को समर्पित किया?

सारांश

वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्होंने यह पुरस्कार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया। इस पर ट्रंप की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण है। जानें पूरी कहानी इस लेख में!

Key Takeaways

  • मारिया कोरिना को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ।
  • यह पुरस्कार डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया गया।
  • ट्रंप ने इसे स्वीकार नहीं किया लेकिन उनकी प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है।
  • यह पुरस्कार लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए है।
  • मारिया एक प्रमुख लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता हैं।

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के मामले में एक बड़ा झटका लगा, जब नोबेल कमेटी ने वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को इस पुरस्कार से सम्मानित किया। मारिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति को इस दौड़ में पीछे छोड़ दिया। उन्होंने यह पुरस्कार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।

नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त करने के बाद मारिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "इस सम्मान ने हमारे संघर्ष को मान्यता दी है और यह हमें हमारी स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। हम आज पहले से कहीं अधिक, राष्ट्रपति ट्रंप, अमेरिका के लोगों और दुनिया के लोकतांत्रिक देशों पर अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए भरोसा करते हैं। मैं यह पुरस्कार वेनेज़ुएला के पीड़ितों और हमारे उद्देश्य के प्रति समर्थन के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को समर्पित करती हूं!"

वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "जिसने वास्तव में नोबेल पुरस्कार जीता, उसने मुझे फोन किया और कहा, 'मैं इसे आपके सम्मान में स्वीकार कर रही हूं क्योंकि आप इसके हकदार थे।' हालाँकि, मैंने तब यह नहीं कहा कि इसे मुझे दे दो। मैं खुश हूं क्योंकि मैंने लाखों लोगों की जान बचाई।"

ज्ञात हो कि नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने मारिया कोरिना को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया है, जो वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए उनके प्रयासों को मान्यता देता है।

द नोबेल प्राइज ने अपने एक्स अकाउंट पर इस पुरस्कार की घोषणा करते हुए लिखा, "नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए मारिया कोरिना मचाडो के अथक प्रयास और तानाशाही के खिलाफ शांतिपूर्ण बदलाव के संघर्ष के लिए उन्हें 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।"

इसके अलावा, समिति ने कहा कि मारिया कोरिना ने अपने जीवन के खतरे के बावजूद अपने कार्यों को जारी रखा। उनका यह कार्य लाखों लोगों को प्रेरित करने वाला है।

आगे यह भी बताया गया है कि मारिया वेनेजुएला की रहने वाली हैं और पूर्व राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दल की उम्मीदवार रह चुकी हैं। वह एक प्रमुख लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती हैं।

नॉर्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष जोर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा, "मारिया को एकजुटता की प्रतीक के रूप में सराहा गया, जो एक बंटा हुआ राजनीतिक विपक्ष है, जिसने स्वतंत्र चुनावों और प्रतिनिधि सरकार की मांग की।"

यह भी ध्यान देने योग्य है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कई मौकों पर खुद को नोबेल शांति पुरस्कार का हकदार बताया है। उनका कहना था कि उन्होंने कई युद्ध रोके हैं, इसलिए उन्हें यह पुरस्कार मिलना चाहिए।

Point of View

बल्कि वेनेजुएला के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह पुरस्कार लोकतंत्र और मानव अधिकारों की रक्षा के प्रति वैश्विक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। राष्ट्रप्रमुख के रूप में ट्रंप की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण है, जो राजनीतिक विमर्श में एक नया मोड़ ला सकती है।
NationPress
11/10/2025

Frequently Asked Questions

मारिया कोरिना मचाडो को कब नोबेल शांति पुरस्कार मिला?
उन्हें 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मारिया ने पुरस्कार किसको समर्पित किया?
उन्होंने यह पुरस्कार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया।
ट्रंप ने पुरस्कार पर क्या कहा?
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इस पुरस्कार को प्राप्त करने का दावा नहीं किया।
मारिया कोरिना की पहचान क्या है?
वह एक प्रमुख लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता और विपक्षी दल की उम्मीदवार हैं।
नोबेल कमेटी ने मारिया को क्यों चुना?
उन्हें लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए उनके अथक प्रयास के लिए सम्मानित किया गया।