क्या नेपाल में जेन जी का हिंसक प्रदर्शन जारी रहने के बाद पीएम ओली ने इस्तीफा दिया?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम ओली ने इस्तीफा दिया है।
- हिंसक प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में तोड़फोड़ की।
- 19 प्रदर्शनकारी मारे गए और 400 घायल हुए।
- नेपाली कांग्रेस का समर्थन उनके खिलाफ बढ़ रहा है।
- प्रदर्शनकारी व्यवस्थागत सुधार की मांग कर रहे हैं।
काठमांडू, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके सचिवालय ने इस खबर की पुष्टि की है। पीएम ओली ने हिंसक प्रदर्शनों के बीच पद छोड़ा है। सोमवार से जेन जी के प्रदर्शनकारी और विपक्षी नेता उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। ओली 1 साल और 2 महीने तक ही इस पद पर रह सके। वे 15 जुलाई 2024 को तीसरी बार पीएम बने थे।
यह घोषणा तब हुई जब प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, नेताओं के आवासों सहित कई महत्वपूर्ण कार्यालयों में तोड़फोड़ की और अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए। सोमवार को जेन जी के विरोध प्रदर्शनों पर कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए थे।
द काठमांडू पोस्ट के अनुसार, भ्रष्टाचार और व्यवस्थागत विफलताओं को समाप्त करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने गोलियां चलाईं। इस गोलीबारी में छात्रों सहित करीब 19 प्रदर्शनकारी मारे गए और 400 से अधिक युवा घायल हुए।
नेपाली कांग्रेस के समर्थन से जुलाई 2024 से प्रधानमंत्री के रूप में अपना चौथा कार्यकाल पूरा कर रहे ओली पर इस हिंसा के बाद लगातार दबाव बढ़ रहा था। प्रदर्शनकारियों ने उनके प्रशासन पर निहत्थे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ घातक बल प्रयोग को अधिकृत करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने 2015-16, 2018-21, और 2021 में कुछ समय के लिए और फिर जुलाई 2024 से मंगलवार को अपने पद से हटने तक पद संभाला था।
अपनी मुखर शैली और राष्ट्रवादी नीतियों के लिए जाने जाने वाले ओली स्थिरता और समृद्धि के वादों के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन बढ़ती अशांति के आरोपों के बीच उन्होंने सत्ता छोड़ दी। इससे पहले देश के गृहमंत्री और कृषि मंत्री ने भी इस्तीफा सौंप दिया था।
काठमांडू और देश भर में मंगलवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहे, प्रदर्शनकारियों ने व्यवस्थागत सुधार और जवाबदेही सुनिश्चित होने तक आगे बढ़ने की कसम खाई।