क्या पाकिस्तान के बलूचिस्तान में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड, स्कूल बंद और यातायात पर प्रतिबंध है?
सारांश
Key Takeaways
- इंटरनेट सेवाएं 16 नवंबर तक बाधित रहेंगी।
- क्वेटा के स्कूल 12 से 16 नवंबर तक बंद रहेंगे।
- यातायात पर प्रतिबंध है, एन-70 की सेवाएं स्थगित हैं।
- जाफर एक्सप्रेस ट्रेन सेवा भी स्थगित है।
- सुरक्षा कारणों से ये निर्णय लिए गए हैं।
नई दिल्ली/क्वेटा, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बलूचिस्तान के 36 प्रांतों में 16 नवंबर तक इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी। प्रांतीय गृह विभाग ने सुरक्षा कारणों से सेवाएं ठप करने की सूचना दी है। इतना ही नहीं, लगातार पांचवे दिन जाफर एक्सप्रेस ट्रेन सेवा भी स्थगित रही। यह ट्रेन क्वेटा से पेशावर के बीच चलती है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग एन-70 के लोरलाई खंड पर परिवहन सेवाएं भी 14 नवंबर तक स्थगित कर दी गई हैं।
प्रांतीय गृह विभाग ने कहा है कि सुरक्षा अलर्ट (12-16 नवंबर तक) जारी किया गया है और मौजूदा स्थिति के कारण ये सेवाएं निलंबित रहेंगी।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने कहा, "पूरे प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित रहेगी। हालांकि, क्वेटा जिला इस प्रतिबंध से मुक्त रहेगा।"
क्वेटा को इस प्रतिबंध से छूट थी, लेकिन इसके बावजूद लोगों की शिकायत है कि क्वेटा के कई हिस्सों में सिग्नल नहीं मिल रहे हैं और उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रांतीय सरकार ने सुरक्षा चिंताओं और कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 14 नवंबर, 2025 तक राष्ट्रीय राजमार्ग एन-70 के लोरलाई खंड पर टैक्सियों और निजी वाहनों सहित सभी परिवहन सेवाओं की आवाजाही को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
इस बीच, बुधवार को क्वेटा के छावनी क्षेत्र में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से क्षेत्र के स्कूल और कॉलेज 12 से 16 नवंबर तक बंद रहेंगे।
पाकिस्तान रेलवे के अनुसार, क्वेटा और पेशावर के बीच चलने वाली जाफर एक्सप्रेस लगातार पांचवे दिन भी स्थगित रही। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह सेवा 13 नवंबर (गुरुवार) तक स्थगित रहेगी। हालांकि, इस अवधि को बढ़ाया जा सकता है।
इसके अलावा, कराची जाने वाली बोलन मेल सेवा भी स्थगित कर दी गई है। न्यूज के अनुसार रेलवे अधिकारियों ने कहा कि बलूचिस्तान से अन्य प्रांतों के लिए ट्रेनों का संचालन "परिचालन और सुरक्षा कारणों से" अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
अधिकारियों ने ट्रेन या इंटरनेट सेवाओं की बहाली के लिए कोई समय-सीमा घोषित नहीं की है, लेकिन कहा है कि ये उपाय "जन सुरक्षा सुनिश्चित करने और व्यवस्था बनाए रखने" के लिए किए गए हैं।
दुनिया न्यूज के अनुसार, बलूचिस्तान सरकार ने संभावित आतंकवादी खतरों के चलते यह निर्णय लिया। यह निर्णय क्षेत्र में आतंकवाद को रोकने के उद्देश्य से कड़े सुरक्षा उपायों के तहत लिया गया है।
हाल के महीनों में, बलूचिस्तान के हालात बेहद खराब रहे हैं। आम नागरिकों पर हमलों में वृद्धि हुई है और लोगों के बीच असुरक्षा का माहौल बहुत ज्यादा है। वहीं, इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध भी आर्थिक तौर पर सरकार के लिए बड़ा झटका है। जनवरी 2025 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल इंटरनेट और सोशल मीडिया ऐप्स के बंद होने से हुए वित्तीय नुकसान के मामले में पाकिस्तान दुनिया में सबसे आगे था। डॉन ने इसी रिपोर्ट के हवाले से बताया कि देश को इससे 1.62 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।