क्या प्रधानमंत्री मोदी अदीस अबाबा पहुंचे? एयरपोर्ट पर इथियोपिया के पीएम ने किया स्वागत
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी की इथियोपिया यात्रा ऐतिहासिक है।
- दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक सहयोग पर चर्चा होगी।
- इथियोपिया में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की जाएगी।
- यह यात्रा भारत और इथियोपिया के संबंधों को मजबूत करेगी।
- अफ्रीकी संघ का मुख्यालय अदीस अबाबा में है।
अदीस अबाबा, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जॉर्डन से इथियोपिया की यात्रा की शुरुआत की, जो उनके तीन देशों के दौरे का दूसरा चरण है। यह उनकी इथियोपिया में पहली आधिकारिक यात्रा है। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली ने एयरपोर्ट पर खुद प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
यह स्वागत विशेष था, क्योंकि प्रधानमंत्री अबी अहमद ने स्वयं प्रधानमंत्री मोदी को होटल तक ले जाने के लिए गाड़ी चलाई।
उन्होंने यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को साइंस म्यूजियम और फ्रेंडशिप पार्क भी दिखाए। यह कार्यक्रम आधिकारिक यात्रा कार्यक्रम में शामिल नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री अबी अहमद ने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री मोदी को इन महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण कराया।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, 'मैं अदीस अबाबा में कुछ समय पहले पहुंचा। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री अबी अहमद अली द्वारा किए गए आत्मीय स्वागत के लिए स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इथियोपिया महान इतिहास और जीवंत संस्कृति वाला राष्ट्र है। भारत और इथियोपिया के बीच गहरे सभ्यतागत संबंध रहे हैं। मैं इथियोपियाई नेतृत्व के साथ विभिन्न क्षेत्रों में हमारी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए संवाद को लेकर उत्सुक हूं।'
यह यात्रा प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के निमंत्रण पर हो रही है और भारत-इथियोपिया संबंधों के बढ़ते रणनीतिक महत्व का प्रतीक है।
दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के बीच द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर व्यापक चर्चा होगी। इसमें राजनीतिक सहयोग, विकासात्मक भागीदारी, व्यापार, निवेश और लोगों के बीच संपर्क शामिल होंगे। ग्लोबल साउथ के साझेदार होने के नाते, दोनों नेताओं से आपसी हितों के लिए मित्रता को और मजबूत करने की अपेक्षा की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी इथियोपिया में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे और इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
यह 2011 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इथियोपिया की पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में अदीस अबाबा को स्वागत होर्डिंग्स, पोस्टरों और भारतीय झंडों से सजाया गया है।
इथियोपिया को अफ्रीका और ग्लोबल साउथ में भारत का एक महत्वपूर्ण और विश्वसनीय साझेदार माना जाता है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है।
सोमवार को प्रस्थान वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने अदीस अबाबा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह अफ्रीकी संघ का मुख्यालय है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान वर्ष 2023 में अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनाया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री अबी अहमद के साथ विस्तृत चर्चा, भारतीय समुदाय से मुलाकात और इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने को लेकर उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं 'मदर ऑफ डेमोक्रेसी' के रूप में भारत की यात्रा और ग्लोबल साउथ के लिए भारत-इथियोपिया साझेदारी के महत्व पर अपने विचार साझा करने के लिए उत्सुक हूं।'
प्रधानमंत्री अबी अहमद अली इससे पहले वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के विभिन्न संस्करणों में प्रमुख भागीदारी निभा चुके हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा दक्षिण-दक्षिण सहयोग को गहरा करने और अफ्रीका के साथ भारत की साझेदारी को मजबूत करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इथियोपिया पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन का दो दिवसीय दौरा पूरा किया, जहां उन्होंने किंग अब्दुल्ला द्वितीय और क्राउन प्रिंस अल-हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की, इंडिया-जॉर्डन बिजनेस फोरम को संबोधित किया और जॉर्डन संग्रहालय का दौरा किया। अम्मान पहुंचने पर उनका स्वागत जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन यात्रा को 'अत्यंत फलदायी' बताते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के लोगों के लिए प्रगति और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे।