क्या पीएम मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति और त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री को विशेष उपहार दिए?

सारांश
Key Takeaways
- चांदी का शेर - साहस और नेतृत्व का प्रतीक।
- मधुबनी पेंटिंग - बिहार की प्राचीन लोक कला।
- सरयू नदी का जल - आशीर्वाद और पवित्रता का प्रतीक।
- अयोध्या राम मंदिर - भक्ति और धार्मिकता का प्रतीक।
- कूटनीतिक उपहार - सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करते हैं।
रियो डी जेनेरियो, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एवं त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री को विशेष उपहार भेंट किए। उपहार में शामिल हैं चांदी का शेर, मधुबनी पेंटिंग, सरयू नदी के पवित्र जल से भरा कलश और अयोध्या राम मंदिर की चांदी की प्रतिकृति।
प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली को चांदी का शेर उपहार में दिया। यह शेर फुचसाइट स्टोन बेस पर हाथ से उकेरा गया है और यह राजस्थान की प्रसिद्ध धातुकर्म कला का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह जटिल रूप से विस्तृत चांदी का शेर साहस और नेतृत्व का प्रतीक है, वहीं फुचसाइट बेस प्राकृतिक सुंदरता को जोड़ता है।
राजस्थानी कारीगरों द्वारा तैयार किया गया यह चांदी का शेर भारत की समृद्ध कलात्मक और भूवैज्ञानिक विरासत का प्रतीक है।
अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति विक्टोरिया विलारुएल को प्रधानमंत्री मोदी ने मधुबनी पेंटिंग भेंट की। यह पेंटिंग बिहार के मिथिला क्षेत्र की प्राचीन लोक कला परंपरा का प्रतिनिधित्व करती है। मधुबनी कला अपने बोल्ड लाइनों, जटिल पैटर्न और प्राकृतिक रंगों के लिए जानी जाती है। यह कृति सूर्य को उजागर करती है, जो ऊर्जा और जीवन का प्रतीक है।
मोदी ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को सरयू नदी के पवित्र जल से भरा कलश और अयोध्या राम मंदिर की चांदी की प्रतिकृति भेंट की।
सरयू नदी का पवित्र जल आशीर्वाद और आध्यात्मिक कृपा का प्रतीक है। यह कलश पवित्रता का प्रतीक है और अयोध्या की धर्म, भक्ति और मुक्ति की समृद्ध विरासत से जुड़ता है।
अयोध्या राम मंदिर की चांदी की प्रतिकृति उत्तर प्रदेश के कुशल कारीगरों द्वारा निर्मित है, जो मंदिर की भव्यता और जटिल वास्तुकला का प्रतीक है। यह पूरी तरह से शुद्ध चांदी से बना है और उत्तर प्रदेश की मंदिर कला का गौरव है।