क्या पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री साने ताकाइची को बधाई दी? भारत-जापान संबंध पर हुई फोन चर्चा
सारांश
Key Takeaways
- भारत और जापान के बीच मजबूत संबंधों की आवश्यकता है।
- नए समझौतों से दोनों देशों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- साने ताकाइची का राजनीतिक भविष्य इन समझौतों से प्रभावित हो सकता है।
- ट्रंप के दौरे से जापान को सुरक्षा में मजबूती मिलेगी।
- भारत-जापान साझेदारी वैश्विक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ फोन पर बातचीत की। जापान को हाल ही में पहली महिला प्रधानमंत्री मिली हैं, जिन्होंने अपने पद की जिम्मेदारी संभाली है। पीएम मोदी ने ताकाइची को इस नए पद के लिए बधाई दी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैंने जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ गर्मजोशी से बातचीत की। उन्हें पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी और भारत-जापान की विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को आगे बढ़ाने के हमारे साझा दृष्टिकोण पर चर्चा की, जिसमें आर्थिक सुरक्षा, रक्षा सहयोग और प्रतिभा गतिशीलता शामिल हैं। हम इस बात पर सहमत हुए कि भारत-जापान के मजबूत संबंध वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।"
बता दें, कुछ समय पहले पीएम ताकाइची ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। ट्रंप इस समय एशिया दौरे पर हैं और जापान के टोक्यो पहुंचे थे।
ट्रंप के जापान दौरे पर दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। खासकर रेयर अर्थ मिनरल्स की आपूर्ति को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। अमेरिका इस क्षेत्र में चीन की निर्भरता कम करना चाहता है। जापान के लिए यह समझौता उनकी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने में सहायक हो सकता है।
जापानी मीडिया के अनुसार, ट्रंप ने जापान द्वारा सुरक्षा उपकरण खरीदने के प्रयासों की सराहना की। वहीं, पीएम ताकाइची ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीजफायर में ट्रंप की भूमिका को "अभूतपूर्व" कहा और उन्हें शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया।
हालांकि, ताकाइची अभी भी निचले सदन में बहुमत से दो वोट दूर हैं। लेकिन, ट्रंप के साथ यह संबंध जापान की राजनीतिक स्थिति को और मजबूत करेगा।