क्या यूक्रेन युद्ध थमने वाला है? रूस ने ट्रंप से मुलाकात की जल्दी से इनकार किया
सारांश
Key Takeaways
- क्रेमलिन ने कहा कि ट्रंप और पुतिन के बीच बैठक की कोई आवश्यकता नहीं है।
- यूक्रेन पर रूस का हालिया हमला चिंताजनक है।
- पुतिन और ट्रंप की मुलाकात रद्द होने से संवाद का रास्ता बंद हुआ है।
मॉस्को, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात रद्द होने के संबंध में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव का बयान आया है। एक इंटरव्यू में पेस्कोव ने कहा कि इस समय रूसी राष्ट्रपति और ट्रंप के बीच बैठक करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने टीएएसएस समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि पेस्कोव ने रविवार को कहा कि इस तरह की बैठक की तत्काल तैयारी संभव है, लेकिन फिलहाल इसकी कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, इस समय यूक्रेन समझौते की समस्या पर बहुत बारीकी से काम करने की आवश्यकता है।
16 अक्टूबर को पुतिन के साथ फोन पर बातचीत के बाद ट्रंप ने कहा था कि दोनों नेता जल्द ही हंगरी के बुडापेस्ट में मिलेंगे, लेकिन 22 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति ने बैठक रद्द होने की जानकारी दी, यह कहते हुए कि उन्होंने निर्धारित बैठक को रद्द कर दिया है क्योंकि उन्हें ठीक नहीं लगा और ऐसा नहीं लग रहा था कि हम उस मुकाम तक पहुंच पाएंगे, जहां हमें पहुँचाना चाहिए।
रूसी राष्ट्रपति ने पहले ही कहा था कि बुडापेस्ट में होने वाली बैठक रद्द होने की बजाय स्थगित होने की अधिक संभावना है। पुतिन ने यह भी कहा था कि इस बैठक की शुरुआत अमेरिका ने की थी।
26 अक्टूबर को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि उच्चतम स्तर पर व्यक्तिगत संपर्कों का भविष्य अमेरिकी पक्ष पर निर्भर करेगा।
दोनों नेताओं की आखिरी आमने-सामने की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का के एंकोरेज स्थित ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन में हुई थी। यह शिखर सम्मेलन रूस-यूक्रेन युद्धविराम या युद्ध समाप्ति के किसी महत्वपूर्ण समझौते के बिना समाप्त हुआ था। 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद पुतिन और ट्रंप की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी।
इधर, रूस ने शनिवार को यूक्रेन पर हमला किया, जिसमें दो बच्चों समेत छह लोगों की मौत हो गई। रूसी मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि शनिवार रात से रविवार सुबह तक यूक्रेन पर रूस ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। रूस के इस हमले के बाद करीब 58 हजार घरों में अंधेरा छा गया। हमले में मारे गए बच्चों में एक की उम्र 11 वर्ष और दूसरे की उम्र 14 वर्ष है।