क्या शी चिनफिंग ने अलसेन ड्रामने औटारा को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी?

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क्या शी चिनफिंग ने अलसेन ड्रामने औटारा को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी?

सारांश

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अलसेन ड्रामने औटारा को कोटे डी आइवर के राष्ट्रपति के रूप में पुनः चुनाव जीतने पर बधाई दी। दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास के बारे में उन्होंने महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं। जानें इस संदेश के पीछे की गहराई और वैश्विक राजनीति में इसका प्रभाव क्या हो सकता है।

Key Takeaways

  • शी चिनफिंग ने अलसेन ड्रामने औटारा को बधाई दी।
  • चीन और कोटे डी आइवर के बीच संबंधों में गहराई आ रही है।
  • वैश्विक दक्षिण की एकता को बढ़ाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

बीजिंग, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 10 नवंबर को अलसेन ड्रामने औटारा को एक संदेश भेजकर उन्हें पुनः कोटे डी आइवर का राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर बधाई दी।

शी ने कहा कि चीन और कोटे डी आइवर आधुनिकता के मार्ग पर साथी और सच्चे दोस्त हैं। दोनों देशों के संबंधों में विकास की एक सकारात्मक दिशा बनी हुई है, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की बड़ी सफलताएँ प्राप्त हुई हैं और जन-सम्पर्क दिन-प्रतिदिन मजबूत हो रहा है। वर्तमान विश्व अभूतपूर्व परिवर्तनों से गुजर रहा है, और वैश्विक दक्षिण तेजी से मजबूत हो रहा है। मैं दोनों देशों के संबंधों को अत्यधिक महत्त्व देता हूं और आपके साथ मिलकर स्ट्रैटेजिक साझेदारी को और गहरा करने और वैश्विक दक्षिण की एकता और सहयोग को बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

यह स्पष्ट है कि चीन और कोटे डी आइवर के बीच के संबंधों में गहराई आ रही है। यह न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक दक्षिण के लिए भी फायदेमंद है। हमें इन संबंधों को समझने की आवश्यकता है, क्योंकि यह विश्व राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

शी चिनफिंग ने अलसेन ड्रामने औटारा को बधाई क्यों दी?
उन्होंने अलसेन ड्रामने औटारा को कोटे डी आइवर का राष्ट्रपति फिर से निर्वाचित होने पर बधाई दी है, जो दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में एक कदम है।
चीन और कोटे डी आइवर के संबंधों का क्या महत्व है?
चीन और कोटे डी आइवर के संबंधों का महत्व वैश्विक दक्षिण की एकता और सहयोग को बढ़ाने में है, जिससे दोनों देशों को लाभ होता है।