क्या दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून से जुड़े चुनाव हस्तक्षेप मामले में विपक्षी सांसद की पेशी हुई?

सारांश
Key Takeaways
- दक्षिण कोरिया में चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।
- यून सांग-ह्युन की पेशी ने राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा की है।
- पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप हैं।
- विशेष वकील की जांच प्रक्रिया चल रही है।
सियोल, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया में 2022 और 2024 के महत्वपूर्ण चुनावों में गड़बड़ी करने के आरोप में एक प्रमुख विपक्षी सांसद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस संदर्भ में मुख्य विपक्षी पार्टी पीपल पावर पार्टी (पीपीपी) के सांसद यून सांग-ह्युन को विशेष वकील कार्यालय में पेश होना पड़ा। यून सांग-ह्युन सुबह लगभग 9:30 बजे सेंट्रल सियोल स्थित विशेष वकील कार्यालय पहुंचे।
यून सांग-ह्युन पर आरोप है कि उन्होंने 2022 और 2024 के चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नामांकन में पूर्व दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल और उनकी पत्नी के निर्देश पर हस्तक्षेप किया।
उन्होंने विशेष वकील कार्यालय में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों से कहा, "मैं इस जांच में गंभीरता, ईमानदारी और पूरी निष्ठा से सहयोग करूंगा।"
खबरों के अनुसार, विशेष वकील मिन जूंग-की को इस जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उनकी टीम यह देख रही है कि क्या पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नी किम कियोन ने 2022 के संसदीय उपचुनावों में पूर्व सांसद किम यंग-सन को सत्तारूढ़ दल की ओर से टिकट दिलाने के लिए दबाव डाला था।
मई 2022 में एक कथित फोन कॉल में, यून सुक येओल ने खुद को 'पावर ब्रोकर' बताने वाले म्युंग ताए-क्यून से कहा था कि वह सांसद यून सांग-ह्युन को निर्देश देंगे कि किम यंग-सन को पार्टी का नामांकन सुनिश्चित किया जाए।
इस समय, सांसद यून सांग-ह्युन पीपल पावर पार्टी की उम्मीदवार चयन समिति के प्रमुख थे।
हाल ही में, विशेष वकील ने सांसद यून सांग-ह्युन के नेशनल असेंबली स्थित कार्यालय और निजी आवास पर छापेमारी कर साक्ष्य जुटाए थे।