क्या दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून को मिलेगा 'डिटेंशन वारंट'?

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क्या दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून को मिलेगा 'डिटेंशन वारंट'?

सारांश

दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल के खिलाफ जारी होने वाला 'डिटेंशन वारंट' एक नई राजनीतिक हलचल का कारण बन रहा है। इस मामले में उनकी पत्नी और राजनीतिक सहयोगियों की भूमिकाएं भी जांच के दायरे में हैं। क्या यून इस बार जांच में सहयोग करेंगे? जानिए इस जटिल केस के बारे में।

Key Takeaways

  • दक्षिण कोरिया में पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ गंभीर आरोप हैं।
  • 'डिटेंशन वारंट' जारी होने से राजनीतिक स्थिति में हलचल आएगी।
  • जांच टीम पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नी की भूमिका की जांच कर रही है।
  • सामाजिक और राजनीतिक संदर्भ में यह मामला महत्वपूर्ण है।

सोल, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया की एक विशेष काउंसिल टीम ने गुरुवार को बताया कि वह जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल को पूछताछ के लिए जबरन लाने हेतु इस हफ्ते 'डिटेंशन वारंट' जारी करेगी।

विशेष काउंसिल के प्रमुख मिन जोंग-की की टीम के अनुसार, वह शुक्रवार सुबह 9 बजे राजधानी के दक्षिण में उइवांग स्थित सोल हिरासत केंद्र में एक सहायक विशेष वकील, एक अभियोजक और जांचकर्ताओं को भेजने की योजना बना रही है।

इससे पहले सोल सेंट्रल जिला अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति यून के खिलाफ एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। यून पर दिसंबर में मार्शल लॉ थोपने की नाकाम कोशिश के आरोप हैं। वह वर्तमान में हिरासत में हैं। यून ने इस हफ्ते पूछताछ के लिए भेजे गए दो समन की अवहेलना की, जिससे अदालत को यह कदम उठाना पड़ा।

मिन की टीम यून और उनकी पत्नी किम कीओन ही पर लगे आरोपों की जांच कर रही है। आरोप है कि उन्होंने 2022 के संसदीय उपचुनावों में उम्मीदवारों की नियुक्ति में हस्तक्षेप किया, जिसमें एक कथित 'पावर ब्रोकर' मियोंग ताए-क्यून के माध्यम से दबाव डाला गया।

यून के वकीलों के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण समन का पालन करने में असमर्थ हैं।

'योनहाप समाचार एजेंसी' के अनुसार, यून के लिए दूसरी बार 'डिटेंशन वारंट' जारी किया गया है।

जनवरी में, उच्च पदस्थ अधिकारियों की भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) ने अदालत की ओर से जारी वारंट के आधार पर पूर्व राष्ट्रपति यून को आधिकारिक राष्ट्रपति निवास से हिरासत में लिया था, जिसके बाद उन्हें उसी डिटेंशन सेंटर ले जाया गया, जहां उन्हें पहले भी रखा गया था। बाद में मार्च में उनकी रिहाई हुई थी।

उस समय उन्हें मार्शल लॉ के प्रयास के जरिए विद्रोह का नेतृत्व करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

अब भले ही यून को जबरन पूछताछ कक्ष में लाया जाए, लेकिन इस बात को लेकर संदेह है कि वह जांच में सहयोग करेंगे।

यून और उनकी पत्नी किम कीओन ही पर यह भी शक है कि उन्होंने 2022 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले मियोंग ताए-क्यून से फ्री ओपिनियन पोल्स प्राप्त किए थे, जिसके बदले उन्होंने उसी साल एक उपचुनाव में पूर्व पीपल पावर पार्टी सांसद किम यंग-सुन को पार्टी का टिकट दिलवाने में मदद की।

मिन की टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यून ने 2021 के राष्ट्रपति पद के प्राइमरी चुनावों के दौरान स्टॉक प्राइस मैनिपुलेशन योजना में अपनी पत्नी की संदिग्ध संलिप्तता के बारे में झूठे बयान देकर चुनाव कानून का उल्लंघन किया है।

इस जांच टीम को पूर्व प्रथम महिला के खिलाफ कुल 19 आपराधिक आरोपों की जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि दक्षिण कोरिया में राजनीतिक विवादों का असर व्यापक होता है। हमें समझना चाहिए कि इस तरह के मामले न केवल नेताओं के लिए, बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। हमें निष्पक्षता से जांच की प्रक्रिया का समर्थन करना चाहिए।
NationPress
01/08/2025

Frequently Asked Questions

यून सुक योल पर कौन से आरोप लगाए गए हैं?
उन्हें मार्शल लॉ थोपने की नाकाम कोशिश और 2022 के संसदीय उपचुनावों में हस्तक्षेप के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
डिटेंशन वारंट कब जारी किया गया?
डिटेंशन वारंट शुक्रवार को जारी किया जाएगा।
क्या यून इस बार पूछताछ में सहयोग करेंगे?
इस पर संदेह जताया जा रहा है कि वे जांच में सहयोग करेंगे।