क्या सऊदी बस हादसे के बाद तेलंगाना सरकार ने की बैठक और हेल्पलाइन स्थापित की?
सारांश
Key Takeaways
- तेलंगाना सरकार ने सऊदी अरब में बस दुर्घटना के बाद आवश्यक कदम उठाए हैं।
- हेल्पलाइन स्थापित की गई है ताकि प्रभावित परिवारों को सहायता मिल सके।
- राज्य कैबिनेट ने आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल को सऊदी अरब भेजने का निर्णय लिया है।
- पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण कराए जाने की संभावना है।
- मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना सरकार ने सऊदी अरब में घटित एक गंभीर बस दुर्घटना को गहराई से लिया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अपनी चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया।
राज्य सरकार ने तात्कालिक कदम उठाते हुए तेलंगाना भवन में एक आपातकालीन समीक्षा बैठक आयोजित की। रेजिडेंट कमिश्नर डॉ. शशांक गोयल की अगुवाई में अधिकारियों ने प्रारंभिक जानकारी का विश्लेषण किया और निरंतर समन्वय के लिए एक विशेष संपर्क अधिकारी को विदेश मंत्रालय में नियुक्त किया गया।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को विदेश मंत्रालय, रियाद स्थित भारतीय दूतावास और सऊदी अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, हैदराबाद और नई दिल्ली में हेल्पलाइन स्थापित की गई है ताकि प्रभावित परिवारों को सहायता मिल सके और संचार में कोई बाधा न आए।
राज्य कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल को सऊदी अरब भेजा जाएगा, जिसमें मंत्री अजहरुद्दीन सहित अन्य अधिकारी शामिल होंगे। सरकार ने शोक संतप्त परिवारों के दो सदस्यों को सऊदी अरब भेजने का प्रबंध भी किया है, ताकि वे अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें।
भारतीय नागरिकों की सऊदी अरब में मदीना के निकट एक तेल टैंकर से टकराने के बाद आग लगने से जान चली गई।
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने मीडियाकर्मियों को बताया कि जानकारी के अनुसार, मोहम्मद अब्दुल शोएब बच गए हैं और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि हैदराबाद से 54 लोगों का एक समूह 9 नवंबर को जेद्दा के लिए रवाना हुआ था और 23 नवंबर को लौटने वाला था। पीड़ितों में 17 पुरुष, 18 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि पीड़ितों के परिवारों को जानकारी देने के लिए हज हाउस में एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है। शव इतने जल चुके हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण भी कराए जाने की संभावना है।
इस घटना पर जमात-ए-इस्लामी हिंद (डेआईएच) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद सादतुल्लाह हुसैनी ने गहरा दुख व्यक्त किया।
सैयद सादतुल्लाह हुसैनी ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा, "हम इस त्रासदी से बेहद व्यथित हैं। मेरी हार्दिक संवेदनाएं शोक-संतप्त परिवारों के साथ हैं। हम अल्लाह के हैं और उसी की ओर लौटकर जाना है। ये सभी मुबारक लोग एक पाक सफर पर थे और एक पवित्र इबादत की अदायगी कर रहे थे।"