क्या थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष पर लगा है सीजफायर?

सारांश
Key Takeaways
- मलेशिया के प्रधानमंत्री की पहल से थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्धविराम.
- संघर्ष के चलते कई लोगों की जान गई.
- स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति की आवश्यकता.
- दूतावासों द्वारा नागरिकों को एडवाइजरी जारी.
- भविष्य की वार्ता के लिए सकारात्मक संकेत.
बैंकॉक, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पिछले कुछ दिनों से जारी संघर्ष अब थाईलैंड और कंबोडिया के बीच समाप्त हो गया है। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने सोमवार को यह घोषणा की कि दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसी देशों ने तत्काल और बिना शर्त युद्धविराम (सीजफायर) पर सहमति जताई है।
यह निर्णय तब लिया गया है जब मलेशिया ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी ताकि सीमा पर बिगड़ते हालात को नियंत्रित किया जा सके। अनवर इब्राहिम ने कहा कि यह समझौता दोनों पक्षों के लिए सीमा संघर्ष को शांतिपूर्वक सुलझाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
पिछले सप्ताह से शुरू हुए इस संघर्ष में थाईलैंड और कंबोडिया ने एक-दूसरे पर झड़पों का आरोप लगाया। इसके बाद दोनों पक्षों ने भारी तोपखाना और हवाई हमले भी किए।
मलेशियाई पीएम की पहल पर हुए इस युद्धविराम से क्षेत्र में शांति बहाल होने की उम्मीद जगी है।
ज्ञात हो कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हमलों में कई लोगों की जान जा चुकी है और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान पहुंचा है। इन हमलों के चलते कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की थी कि वे प्रभावित क्षेत्र में न जाएं और अपने दूतावास से संपर्क में रहें।
इससे पहले थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में सोमवार को एक गंभीर गोलीबारी की घटना घटित हुई, जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और दो महिलाएं घायल हुईं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 61 वर्षीय हमलावर ने बाजार में अचानक गोलीबारी शुरू की और अंततः खुद को भी गोली मार ली। यह घटना दोपहर करीब 12 बजकर 38 मिनट पर हुई, जिसमें दो महिलाएं घायल होकर अस्पताल पहुंचीं।