क्या ट्रंप ने ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के खिलाफ मुकदमा करने की धमकी दी?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के खिलाफ मुकदमा करने की धमकी दी है।
- यह पत्र 2003 में लिखा गया था और इसमें आपत्तिजनक फोटो होने का दावा किया गया है।
- ट्रंप ने पत्र को फर्जी बताते हुए इसकी निंदा की है।
- वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पत्र की समीक्षा की है, लेकिन फोटो प्रकाशित नहीं किया।
- एपस्टीन मामले को लेकर ट्रंप प्रशासन का रवैया विवादास्पद है।
वाशिंगटन, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ पर एक विवादास्पद पत्र के बारे में प्रकाशित रिपोर्ट को लेकर मुकदमा करने की धमकी दी है। बताया जा रहा है कि यह पत्र ट्रंप ने 2003 में जेफरी एपस्टीन के 50वें जन्मदिन पर लिखा था, जिसमें एक महिला का आपत्तिजनक फोटो शामिल था।
‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ का दावा है कि उसने पत्र की जांच की है, लेकिन कोई फोटो प्रकाशित नहीं किया।
ट्रंप ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की सफाई पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर लिखा, "वॉल स्ट्रीट जर्नल ने मेरे नाम से एपस्टीन को एक नकली पत्र छापा है। ये मेरे शब्द नहीं हैं, न ही मैं ऐसा बोलता हूं, और मैं ऐसी तस्वीरें भी नहीं बनाता। मैंने रूपर्ट मर्डोक को बताया था कि यह एक झूठी कहानी है, फिर भी उन्होंने इसे छाप दिया। अब मैं उनके और उनके अखबार के खिलाफ मुकदमा करूंगा।"
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब एपस्टीन के यौन शोषण मामले को लेकर ट्रंप प्रशासन के रवैये पर पहले से ही राजनीतिक तनाव बढ़ा हुआ है।
गुरुवार को, ट्रंप ने जेफरी एपस्टीन मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर एक बयान जारी किया।
उन्होंने अटॉर्नी जनरल पाम बॉंडी को निर्देश दिया कि वे मामले से संबंधित सभी प्रासंगिक ग्रैंड जूरी की गवाही, अदालत की मंजूरी के अधीन, सार्वजनिक करें।
ट्रंप ने इस मामले को 'डेमोक्रेट्स द्वारा चलाया गया एक स्कैम' बताया और इसे तुरंत खत्म करने की मांग की।
राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर लिखा, "जेफरी एपस्टीन के मामले में हो रहे हंगामे को देखते हुए मैंने अटॉर्नी जनरल पाम बॉंडी से कहा है कि वे अदालत की मंजूरी के अधीन, ग्रैंड जूरी की सभी जरूरी गवाही पेश करें। डेमोक्रेट्स द्वारा चलाया जा रहा यह स्कैम अब समाप्त होना चाहिए।"