क्या वाराणसी में शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी के लिए हवन हुआ?

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क्या वाराणसी में शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी के लिए हवन हुआ?

सारांश

वाराणसी में लोगों ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी के लिए एक विशेष यज्ञ-हवन का आयोजन किया। इस अद्वितीय अवसर पर भक्ति और देशभक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। जानिए इस समारोह की खास बातें और शुभांशु के मिशन के बारे में।

Key Takeaways

  • अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की वृद्धि का प्रतीक है।
  • शुभांशु शुक्ला का मिशन 18 दिन का था।
  • हवन में भक्ति और देशभक्ति का अद्भुत संगम था।
  • यह एक आध्यात्मिक महत्व रखता है।
  • भारत अब वैश्विक अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उभरा है।

वाराणसी, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। वाराणसी के अर्दली बाजार में स्थित मंदिर में सोमवार को लोगों ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी के लिए एक विशेष यज्ञ-हवन आयोजित किया।

इस यज्ञ-हवन समारोह में भक्ति के साथ-साथ देशभक्ति का अद्वितीय माहौल देखा गया। पुजारियों ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया और हवन के दौरान शुभांशु शुक्ला की तस्वीर सामने रखकर उनकी सुरक्षित और सफल वापसी की कामना की गई।

शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं और वह एक्सिओम स्पेस के मिशन के तहत 18-दिवसीय मिशन के बाद 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटने वाले हैं।

स्थानीय निवासी और कार्यक्रम के आयोजक विकास बरनवाल ने कहा कि “आज हम सिर्फ प्रार्थना नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की उन्नति का जश्न भी मना रहे हैं।” उन्होंने बताया कि सावन का पवित्र महीना हमारे लिए गहरा आध्यात्मिक महत्व रखता है। इस पहले सोमवार को हमारे गौरव शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष से लौट रहे हैं, जो एक अद्वितीय अवसर है।”

बरनवाल ने वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की प्रगति के संदर्भ में इस उपलब्धि के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि “एक समय था जब विदेशी देश हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों का मजाक उड़ाते थे। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक वैश्विक अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उभरा है। 200 से ज्यादा उपग्रहों का प्रक्षेपण यह दर्शाता है कि भारत अब अंतरिक्ष क्षेत्र में एक अग्रणी शक्ति बन चुका है। दुनिया फिर से हमारी ओर देख रही है।”

हवन में शामिल रमेश भदावन ने कहा कि “यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। उत्तर प्रदेश का एक सपूत अंतरिक्ष से लौट रहा है। हम उसकी सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, क्योंकि यह हमारे देश के सम्मान और सपनों का सवाल है।”

शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए थे, जिनका 14 दिन का मिशन पूरा हो चुका है।

Point of View

बल्कि पूरे देश की अंतरिक्ष में बढ़ती उपलब्धियों का प्रतीक है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
शुभांशु शुक्ला भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बने।
हवन का उद्देश्य क्या था?
हवन का उद्देश्य शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना करना था।
यह हवन कब हुआ?
यह हवन 14 जुलाई को वाराणसी में आयोजित किया गया।