क्या विदेश मंत्री जयशंकर ने सिंगापुर और थाईलैंड के समकक्षों से मुलाकात की आसियन शिखर सम्मेलन में?
सारांश
Key Takeaways
- जयशंकर ने सिंगापुर और थाईलैंड के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की।
- बैठक में भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा हुई।
- जयशंकर ने मलेशियाई प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की।
- आसियान शिखर सम्मेलन का आयोजन कुआलालंपुर में हुआ।
- भारत और आसियान के बीच संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया गया।
कुआलालंपुर, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने रविवार को आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान सिंगापुर और थाईलैंड के अपने समकक्षों से मुलाकात की।
बैठक के दौरान, विदेश मंत्री जयशंकर और उनके सिंगापुरी समकक्ष विवियन बालाकृष्णन ने दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के अवसरों पर चर्चा की।
विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर बैठक की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "सिंगापुर की विदेश मंत्री विवियन बाला से मिलकर खुशी हुई। वैश्विक और क्षेत्रीय परिदृश्य पर एक बहुत ही उपयोगी आदान-प्रदान हुआ, साथ ही भारत-सिंगापुर सहयोग को मजबूत करने के अवसरों पर भी चर्चा हुई।"
विदेश मंत्री जयशंकर ने कुआलालंपुर में अपने थाईलैंड के समकक्ष सिहासक फुआंगकेतकेओ से मुलाकात की और कहा कि वे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।
उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "रविवार को कुआलालंपुर में थाई विदेश मंत्री सिहासक फुआंगकेतकेओ के साथ पहली मुलाकात। हमारी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।"
इससे पहले, जयशंकर ने मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मुलाकात की और एक सफल आसियान शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
उन्होंने पोस्ट कर बताया, "मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मिलकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। आसियान शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं प्रेषित कीं। हमारे द्विपक्षीय सहयोग और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के उनके विचारों की सराहना करता हूं।"
आसियान के अध्यक्ष के रूप में, मलेशिया 26-28 अक्टूबर तक कुआलालंपुर में 'समावेशीपन और स्थिरता' विषय पर 47वें आसियान शिखर सम्मेलन और संबंधित शिखर सम्मेलनों की मेजबानी कर रहा है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने मलेशिया में आसियान बैठकों के दौरान अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष चो ह्यून से भी मुलाकात की और ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, रक्षा और जहाज निर्माण में सहयोग पर चर्चा की।
बैठक को लेकर उन्होंने लिखा, "मलेशिया में आसियान बैठकों के दौरान, कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री चो ह्यून से मिलकर प्रसन्नता हुई। हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी के गहराते जाने की सराहना करता हूं। ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, रक्षा और जहाज निर्माण में सहयोग पर चर्चा की।"
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान)-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। उन्होंने कहा कि भारत और आसियान के बीच मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर), समुद्री सुरक्षा और ब्लू इकोनॉमी के क्षेत्र में सहयोग तेजी से बढ़ रहा है, और उन्होंने 2026 को 'आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष' घोषित किया।
विदेश मंत्री जयशंकर, जो वर्तमान में मलेशिया की यात्रा पर हैं, सोमवार को कुआलालंपुर में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी का प्रतिनिधित्व करेंगे। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, "पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने और क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विकास पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगा।"