क्या असम की जनता ने 10 साल के प्रदर्शन के बाद भाजपा को आशीर्वाद दिया?
सारांश
Key Takeaways
- असम की जनता ने भाजपा को आशीर्वाद देने का संकेत दिया है।
- अमित शाह का बयान घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन करता है।
- अरावली के संरक्षण का मुद्दा महत्वपूर्ण है।
- उन्नाव रेप केस में न्याय की आवश्यकता है।
- राजनीतिक स्थिरता के लिए जनता की आवाज़ सुनना जरूरी है।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने असम में एक बार फिर से कमल खिलाने की अपील की ताकि घुसपैठियों को प्रदेश से भगाया जा सके।
भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "शाह का बयान बिल्कुल सही है, पिछले 10 साल से घुसपैठियों को बाहर निकाला गया है। दूसरी बार हमारी सरकार बनने का मुख्य कारण यह था कि असम सरकार ने दंगे और लूटपाट को नियंत्रण में रखा।"
उन्होंने आगे कहा, "लोग घुसपैठियों से बहुत परेशान थे। जब लोगों को लगा कि ये घुसपैठिए भारत में आकर हमारी कानून व्यवस्था और देश को खराब करना चाहते हैं, तो उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया। ऐसे में अमित शाह ने बिल्कुल सही कहा है। 10 साल के प्रदर्शन को देखते हुए असम की जनता भाजपा को आशीर्वाद देगी।"
भाजपा सांसद ने अरावली मामले में सुप्रीम कोर्ट के स्टे को लेकर कहा, "अरावली को बचाया जाना चाहिए, इसमें कोई संदेह नहीं है। अगर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगाया है और रिपोर्ट मांगी है, तो यह एक अच्छी बात है। सभी राज्य रिपोर्ट देंगे और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट फैसला करेगा। भाजपा का कमिटमेंट है कि अरावली के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी। अरावली का स्वरूप बनाए रखा जाएगा।"
उन्होंने उन्नाव रेप केस के बारे में कहा, "जब पीड़ितों को पता चला कि हाईकोर्ट से राहत मिल रही है, तो उनकी नाराजगी और गुस्सा उचित था। सुप्रीम कोर्ट एक बड़ी कोर्ट है, जिसने रोक लगाई है। किसी भी अपराधी को किसी कारण से किसी प्रकार की छूट नहीं मिलनी चाहिए। कोर्ट के फैसले की सराहना होनी चाहिए।"
चंदोलिया ने देहरादून में त्रिपुरा की छात्रा की मौत की निंदा की। इस मामले में दोषी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।