क्या गोपालगंज में थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में बेशकीमती मूर्तियां बरामद हुईं?

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क्या गोपालगंज में थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में बेशकीमती मूर्तियां बरामद हुईं?

सारांश

बिहार के गोपालगंज में थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में बेशकीमती मूर्तियों की बरामदगी ने जांच को नया मोड़ दिया है। पुलिस ने 24 घंटे की खुदाई में महत्वपूर्ण सबूत पाए हैं, जिससे आरोपी के गिरोह का पर्दाफाश संभव हो सका है। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।

Key Takeaways

  • बेशकीमती मूर्तियों की बरामदगी से चोरी के मामले में नया मोड़ आया है।
  • पुलिस ने 24 घंटे की खुदाई में महत्वपूर्ण सबूत पाए हैं।
  • फरार आरोपी के परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
  • मूर्तियां छपरा के मंदिर से चुराई गई थीं।
  • पुलिस की जांच अभी भी जारी है।

पटना, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के गोपालगंज में प्रसिद्ध थावे दुर्गा मंदिर में हुई करोड़ों की चोरी की जांच में एक अहम मोड़ आया है, जिसने पुलिस अधिकारियों और स्थानीय निवासियों को चौंका दिया है।

गोपालगंज पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने मेटल डिटेक्टर की बीप सिग्नल का उपयोग करते हुए लगातार 24 घंटे खुदाई की।

सोमवार को जमीन के नीचे से भगवान राम और देवी सीता की दो बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियां बरामद की गईं।

यह बड़ी सफलता टाउन पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अरार मोहल्ले में फरार मुख्य आरोपी शरीफ आलम के घर पर लगातार दूसरी बार की गई छापेमारी के दौरान प्राप्त हुई।

इस जानकारी के आधार पर कि चोरी का सामान घर के अंदर जमीन में दबाया गया है, पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और एक बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

एक तकनीकी टीम, मेटल डिटेक्टर और भारी पुलिस बल की सहायता से घर के हर कोने की, जिसमें कमरे, आंगन, गौशाला और आसपास की जगहें भी शामिल थीं, अच्छी तरह से तलाशी ली गई।

जब जमीन खोदी गई, तो पुलिस ने देखा कि उन्हें भगवान राम और देवी सीता की बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियों के साथ-साथ कई अन्य संदिग्ध वस्तुएं मिलीं, जिनमें साबुन, एक सिलाई मशीन, जूते, एल्युमिनियम के बिजली के तार और गहने शामिल थे।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मूर्तियां छपरा के एक मंदिर से चुराई गई थीं और सबूत मिटाने के लिए ईंटों और पत्थरों के नीचे दबा दी गई थीं।

इस मामले में पुलिस ने फरार आरोपी के परिवार के चार सदस्यों, उसकी पत्नी शब्बा खातून, मां मदीना खातून और बहनों तब्बू और सब्बू को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान, चारों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिससे जांच में सहायता मिली।

आरोपी महिलाओं को महिला पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश करने और जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई। गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने पुष्टि की कि एसआईटी की जांच जारी है।

दीक्षित ने कहा, "सोमवार को खुदाई के दौरान चोरी से जुड़ी कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गईं, और आशंका है कि फरार आरोपी के पास अभी भी मंदिर के चोरी हुए गहनों का एक बड़ा हिस्सा है।"

पुलिस सूत्रों ने बताया कि देवी दुर्गा के सोने के मुकुट, हार और छत्र का बड़ा हिस्सा अभी भी गायब है।

Point of View

बल्कि यह हमारे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्न उठाती है। हमें इस पर विचार करना चाहिए कि कैसे हमारी व्यवस्था इन महत्वपूर्ण धरोहरों की रक्षा कर सकती है।
NationPress
29/12/2025

Frequently Asked Questions

गोपालगंज में थावे दुर्गा मंदिर में चोरी कब हुई थी?
थावे दुर्गा मंदिर में चोरी की घटना हाल ही में हुई थी, जिसकी जांच चल रही है।
पुलिस ने कितने समय में मूर्तियां बरामद की?
पुलिस ने 24 घंटे की खुदाई के दौरान मूर्तियां बरामद कीं।
क्या पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया है?
हाँ, पुलिस ने फरार आरोपी के परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
क्या मूर्तियां किसी अन्य मंदिर से चुराई गई थीं?
जी हाँ, मूर्तियां छपरा के एक मंदिर से चुराई गई थीं।
पुलिस ने क्या अन्य संदिग्ध वस्तुएं बरामद कीं?
पुलिस ने कई अन्य संदिग्ध वस्तुएं जैसे साबुन, सिलाई मशीन और गहने भी बरामद किए।
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