क्या राजद का शक्ति प्रदर्शन 14 नवंबर को हार में बदल जाएगा? दिनेश शर्मा का बयान
सारांश
Key Takeaways
- राजद का शक्ति प्रदर्शन 14 नवंबर को हार में बदल सकता है।
- भाजपा ने तेजस्वी यादव के दावों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- प्रशांत किशोर की योजना नाकाम हुई है।
- विजय सिन्हा पर हमले की निंदा की गई है।
- नई सरकार गुंडों और माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाने का संकल्प ले रही है।
लखनऊ, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया कि 20 साल में पहली बार महागठबंधन के पक्ष में इस प्रकार का अद्वितीय बदलाव देखा जा रहा है। इस पर भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के द्वारा निर्मित सपनों का महल अब ढहने लगा है।
दिनेश शर्मा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि तेजस्वी यादव के सपनों का महल अब गिरने लगा है और 14 नवंबर को यह पूरी तरह से धराशायी हो जाएगा। वे अपने परिवार और नजदीकी सहयोगियों के साथ एकाकी हो गए हैं। 14 तारीख को राजद का शक्ति प्रदर्शन हार में तब्दील हो जाएगा।
उन्होंने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर कड़ा हमला बोला। उनका कहना था कि प्रशांत किशोर पहले चरण के मतदान के बाद से ही बेचैन हैं। उन्होंने कांग्रेस और राजद के साथ मिलकर भाजपा के वोट को काटने की योजना बनाई थी, जो पूरी तरह नाकाम हो गई है। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के पक्ष में उनका दांव उल्टा पड़ गया है। प्रशांत किशोर को न तो कोई विशेष समर्थन मिला है और न ही उनकी संभावना है। जहां कहीं भी उन्हें कुछ वोट मिले हैं, उन्होंने भाजपा गठबंधन के वोटों को काटा है।
दिनेश शर्मा ने बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि विजय सिन्हा ने उस क्षेत्र में उचित विकास सुनिश्चित करने के लिए कई बार प्रयास किए थे, जहां पथराव की घटना हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि राजद के गुंडों और माफिया तत्वों से प्रभावित कुछ दर्जन लोग वहां विकास कार्यों में बाधा डाल रहे थे। नई सरकार के गठन के साथ उन्होंने बिहार में गुंडों और माफिया के शासन को समाप्त करने का संकल्प लिया है ताकि ऐसी शक्तियां अब राज्य की प्रगति में रुकावट न डालें।