क्या इस वर्ष अब तक 67.94 लाख डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट तैयार किए गए?
सारांश
Key Takeaways
- 67.94 लाख डीएलसी तैयार किए गए हैं।
- फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए 40.42 लाख डीएलसी बने हैं।
- डीएलसी अभियान 4.0 1 से 30 नवंबर तक चलेगा।
- पंजाब नेशनल बैंक 39 शहरों में कैंप आयोजित कर रहा है।
- डिजिटल सशक्तीकरण के लिए लाइफ सर्टिफिकेट को डिजिटल मोड से सबमिट किया जा रहा है।
नई दिल्ली, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय द्वारा शनिवार को दी गई सूचना के अनुसार, इस वर्ष अब तक 67.94 लाख डीएलसी तैयार किए गए हैं, जिनमें से 40.42 लाख फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से बनाए गए हैं।
मंत्रालय के अनुसार, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग विभिन्न हितधारकों के सहयोग से 1 से 30 नवंबर तक डीएलसी अभियान 4.0 का संचालन कर रहा है। इसका लक्ष्य देश के सभी पेंशनभोगियों तक पहुंच बनाना है।
इन हितधारकों में पेंशन संवितरण बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, पेंशनभोगी कल्याण संघ, सीजीडीए, ईपीएफओ, दूरसंचार विभाग, रेलवे, यूआईडीएआई और एमईआईटीवाई शामिल हैं।
पी एंड पीडब्ल्यू सचिव वी. श्रीनिवास ने राष्ट्रव्यापी डीएलसी अभियान 4.0 के अंतर्गत दिल्ली में पंजाब नेशनल बैंक द्वारा आयोजित मेगा कैंप का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तीकरण के लिए सरकार द्वारा लाइफ सर्टिफिकेट को डिजिटल मोड से सबमिट करने की पहल की गई है। यह पहल विशेषकर वृद्ध और बीमार पेंशनभोगियों के लिए ईज ऑफ लिविंग को बढ़ावा दे रही है। खासकर फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी के साथ कभी भी कहीं भी डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने की सुविधा उपलब्ध है।
मंत्रालय के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक देश भर में 39 शहरों में 185 स्थानों पर कैंप आयोजित कर रहा है।
मेगा कैंप के दौरान पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग किया गया। मेगा कैंप के दौरान श्रीनिवास ने पेंशनभोगियों से बातचीत भी की।
इससे पहले केंद्र की ओर से जानकारी दी गई थी कि 1 से 5 नवंबर तक 5 दिनों में 25.60 लाख डीएलसी तैयार किए गए हैं, जिनमें से 61 प्रतिशत यानी 15.62 लाख फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से बनाए गए हैं। वहीं, 90 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों के 37000 से अधिक डीएलसी और 100 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों के 985 डीएलसी तैयार किए गए।