क्या दीपावली मनाने बीकानेर पहुंचे मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखे शब्द कहे?

सारांश
Key Takeaways
- अर्जुनराम मेघवाल का बीकानेर में भव्य स्वागत हुआ।
- उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखे शब्द कहे।
- बिहार में एनडीए की मजबूती पर चर्चा की।
- अयोध्या में राम मंदिर और उत्तर प्रदेश की स्थिति पर बात की।
- पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई।
बीकानेर, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली के अवसर पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल अपने गृह क्षेत्र बीकानेर में चार दिवसीय प्रवास पर पहुंचे हैं। नाल एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका शानदार स्वागत किया। दीपावली का यह पर्व अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ मनाने आए मेघवाल ने पत्रकारों से बातचीत में राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर अपने विचार साझा किए।
मेघवाल ने कहा कि बिहार में एनडीए मजबूती से आगे बढ़ रहा है, जबकि इंडिया गठबंधन सीटों के बंटवारे को लेकर गंभीर मतभेदों में उलझा हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार ने विकास की गति को पकड़ा है और वहां की जनता दोबारा एनडीए की सरकार चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के नए आयाम छू रहा है और जनता इस विकास यात्रा में एनडीए के साथ है।
उत्तर प्रदेश के संदर्भ में मेघवाल ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वहां की जनता में धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता की भावनाओं के अनुसार कार्य कर रहे हैं, और अगर अखिलेश यादव को इस पर परेशानी है, तो यह उनकी राजनीति का मुद्दा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मेघवाल ने कहा कि वे सिलेक्टिव पॉलिटिक्स करते हैं। जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहां जाकर राजनीति करते हैं और झूठा प्रचार फैलाते हैं।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक, बंगाल और हिमाचल प्रदेश में जब दलितों या भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार हुए, तब राहुल गांधी चुप रहे। रायबरेली में अपने परिवार की राजनीतिक जमीन बचाने में लगे राहुल गांधी जनता की समस्याओं से पूरी तरह दूर हैं।
मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस सामाजिक समरसता को बिगाड़ने की प्रवृत्ति अपनाए हुए है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि यह तथ्यों से परे है। कांग्रेस ने 1952 में अंबेडकर को चुनाव हरवाया था, जबकि आज उसी को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
पंजाब की स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और भ्रष्टाचार भी अपने चरम पर है। राज्य सरकार प्रशासनिक नियंत्रण खो चुकी है।