क्या कुमार मंगलम बिड़ला के लिए पिता की कंपनी ज्वाइन करना आसान था?
सारांश
Key Takeaways
- कुमार मंगलम बिड़ला की प्रेरणादायक यात्रा।
- पारिवारिक जिम्मेदारियों का महत्व।
- शिक्षा और करियर के बीच संतुलन।
- बिड़ला ग्रुप की विविधता।
- प्रमुख पुरस्कार और सम्मान।
मुंबई, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का क्विज रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' हमेशा किसी न किसी वजह से सोशल मीडिया पर चर्चित रहता है।
इस शो में बॉलीवुड के सितारों से लेकर बड़े उद्योगपतियों तक को देखा जा चुका है, लेकिन हाल ही में शो में कुमार मंगलम बिड़ला की उपस्थिति ने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने अपनी प्रारंभिक यात्रा के बारे में कुछ दिलचस्प बातें साझा कीं और बताया कि कैसे उन्हें अनिच्छा के बावजूद चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स करना पड़ा।
शो का नया प्रोमो सामने आया है, जिसमें कुमार मंगलम बिड़ला को देखा गया। अमिताभ बच्चन ने उनसे उनके करियर की शुरुआत के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे कभी भी चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स नहीं करना चाहते थे, क्योंकि यह पढ़ाई बहुत कठिन थी।
उन्होंने बताया कि उन्हें एमबीए करना था, लेकिन पिता का कहना था कि बिना चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई किए कंपनी में प्रवेश नहीं मिलेगा। मैंने अपने दादाजी और मां से रोते हुए बात की। दोनों ने कहा कि चाहे खुश होकर करो या दुखी, चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई तो करनी पड़ेगी।
कुमार मंगलम बिड़ला के सपने कुछ और थे। उन्होंने सोचा था कि पढ़ाई पूरी करने के बाद सीधे पिता की कंपनी में काम करेंगे और पढ़ाई के लिए एमबीए करेंगे। पिता के आदेश के बाद कुमार ने चार्टर्ड अकाउंटेंट और एमबीए दोनों की पढ़ाई की और 28 साल की उम्र में कंपनी का प्रबंधन संभाला।
यह भी उल्लेखनीय है कि बिड़ला ग्रुप भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, जो सीमेंट, केमिकल, धातु, टेक्सटाइल और फैशन के क्षेत्र में भी अग्रणी है। 2,27,500 कर्मचारियों के साथ, यह समूह आज एक मजबूत और वैश्विक पहचान बना चुका है।
अपने सफल करियर में, कुमार मंगलम बिड़ला ने कई पुरस्कार अपने नाम किए हैं। हाल ही में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उन्हें ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप अवॉर्ड, ग्लोबल एशियन अवॉर्ड और तीन बार इकोनॉमिक टाइम्स बिजनेस लीडर ऑफ द ईयर से भी नवाजा गया है।