क्या आयोग की पहल से सी-विजिल ऐप का प्रभावी उपयोग संभव है?

सारांश
Key Takeaways
- सी-विजिल ऐप का उपयोग नागरिकों को चुनावी अनियमितताओं की रिपोर्ट करने में मदद करता है।
- शिकायतों का समाधान 100 मिनट के भीतर किया जाएगा।
- राजनीतिक दलों के लिए आदर्श आचार संहिता का पालन अनिवार्य है।
- 824 उड़न दस्ते पूरे बिहार में तैनात किए गए हैं।
- शिकायत निगरानी प्रणाली 24 घंटे चालू है।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के बीच जुबानी संघर्ष जारी है। इसी बीच, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने कड़े निर्देश दिए हैं।
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा के आम चुनाव 2025 और 8 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों के लिए कार्यक्रम की घोषणा की है। आयोग ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है।
ईसीआई द्वारा जारी पत्र के अनुसार, शिकायतों का 100 मिनट के भीतर समाधान सुनिश्चित करने के लिए पूरे बिहार में 824 उड़न दस्ते तैनात किए गए हैं। नागरिक और राजनीतिक दल ईसीआईनेट पर सी-विजिल ऐप का उपयोग करके आदर्श आचार संहिता के उल्लंघनों की रिपोर्ट कर सकते हैं।
बिहार चुनाव और उपचुनाव वाले राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में 21 अक्टूबर तक सी-विजिल ऐप के माध्यम से 650 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें से 649 का निपटारा किया जा चुका है और 612 शिकायतें, यानी 94 प्रतिशत का समाधान 100 मिनट के भीतर किया गया।
कॉल सेंटर नंबर 1950 सहित एक शिकायत निगरानी प्रणाली स्थापित की गई है, जिसमें जनता या राजनीतिक दल का कोई भी सदस्य संबंधित डीईओ-आरओ के पास शिकायत दर्ज करा सकता है। यह प्रणाली अब 24 घंटे सक्रिय है। इसके अलावा, विभिन्न राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में मंगलवार को बहु-प्रवर्तन एजेंसियों के समन्वित दृष्टिकोण के माध्यम से 71.32 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स, पुरानी धातुएं और अन्य मुफ्त वस्तुएं जब्त की गई हैं।