क्या अभिषेक दत्त ने बिहार में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए?
सारांश
Key Takeaways
- अभिषेक दत्त ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।
- बीजेपी की चुनावी प्रक्रिया में चुनाव आयोग की भूमिका पर चिंता व्यक्त की गई।
- कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान विवादित बयान दिया था।
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में एसआईआर पर राजनीति का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस नेता अभिषेक दत्त ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग बिहार में कई सवालों का जवाब नहीं दे रहा है।
उन्होंने कहा, "आज भी बिहार में कई ऐसे प्रश्न हैं जिनका चुनाव आयोग उत्तर नहीं दे पा रहा है। लगभग साढ़े चार लाख मतदाता ऐसे हैं जिनके विवरण का आयोग के पास कोई प्रमाण नहीं है। जिस तरीके से उन्होंने बिहार की चुनावी प्रक्रिया में भाजपा की मदद की है, मुझे विश्वास है कि आगामी चुनावों में चुनाव आयोग आरएसएस से पहले वहां पहुंच जाएगा और भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए काम करेगा।"
अभिषेक दत्त ने यह भी कहा कि जब से मुख्य निर्वाचन आयोग की चयन समिति में अपने मंत्री को नामांकित किया गया, तब से लोगों को समझ में आ गया था कि भाजपा कुछ भी कर सकती है। चुनाव आयोग लगातार भाजपा के साथ मिलकर कार्य कर रहा है, जिससे सही चुनाव नहीं हो पा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर माफी मांगने पर कहा, "उन्होंने माफी इसलिए मांगी है क्योंकि वह खुद फंस गई हैं, लेकिन जो नुकसान वह पहुंचाना चाहती थीं, वह पहले ही हो चुका है।"
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान पूरा देश किसानों के साथ खड़ा था, लेकिन कंगना रनौत जैसी मानसिकता वाले कुछ लोगों ने अपमानजनक टिप्पणी की। उस समय किसानों को जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। अब वह सिर्फ इसलिए माफी मांग रही हैं क्योंकि वह खुद मुश्किल में हैं।
कंगना रनौत ने दिसंबर 2020 में किसान आंदोलन की बुजुर्ग महिला कार्यकर्ता महिंदर कौर को गलत तरीके से शाहीन बाग की कार्यकर्ता बिलकिस बानो के रूप में पहचान लिया था और उन पर विवादित टिप्पणी की थी। सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि यह महिला “100 रुपए लेकर धरने में जाती है।”