क्या अबू आजमी ने मुंबई यूनिवर्सिटी में अधूरे पड़े 'उर्दू घर' के निर्माण का मुद्दा उठाया?

सारांश
Key Takeaways
- अबू आजमी ने उर्दू घर के निर्माण का मुद्दा उठाया।
- सरकार से बजट और कार्य की स्थिति की जानकारी मांगी गई।
- उर्दू भाषा के विकास के लिए कार्य की तात्कालिकता पर जोर दिया गया।
मुंबई, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी ने मुंबई यूनिवर्सिटी में वर्षों से अधूरे पड़े 'उर्दू घर' के निर्माण का मुद्दा उठाया। इस संदर्भ में उन्होंने सरकार से तीखे सवाल पूछे।
सपा नेता अबू आजमी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि मुंबई यूनिवर्सिटी में वर्षों से अधूरे पड़े 'उर्दू घर' के निर्माण के कार्य के बारे में मैं सरकार और संबंधित विभागों से कुछ आवश्यक जानकारी चाहता हूं। उन्होंने यह भी पूछा कि उर्दू घर के लिए सरकार ने कितना बजट मंजूर किया है? अब तक उस बजट में से कितना पैसा खर्च हुआ है?
अबू आजमी ने आगे सवाल किया कि यह कार्य बीच में क्यों रोक दिया गया? इसके पीछे की क्या वजह है? इस कार्य को पुनः शुरू करने के लिए शिक्षा और अल्पसंख्यक विभाग क्या कदम उठा रहा है? उर्दू भाषा के विकास के लिए यह कार्य जल्दी से जल्दी पुनः शुरू होना चाहिए। हमें उम्मीद है कि सरकार जनहित में इन सवालों का उत्तर देगी।
गौरतलब है कि इससे पहले अबू आजमी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि मैं मानता हूं कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है और मुझे यह देखकर खुशी हुई कि इसके प्रमुख सभी धर्मों के नेताओं से मिल रहे हैं। वह यह भी कहते हैं कि इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति भारत का नागरिक है। लेकिन, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा इस विचारधारा से अलग है? अगर ऐसा है, तो भाजपा के मंत्री अब भी यह क्यों कहते हैं कि यहाँ रहने के लिए मराठी में अजान करनी होगी?