क्या एबीवीपी पूरे वर्ष छात्र और राष्ट्र के हित में कार्य करेगी? : वीरेंद्र सिंह सोलंकी

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क्या एबीवीपी पूरे वर्ष छात्र और राष्ट्र के हित में कार्य करेगी? : वीरेंद्र सिंह सोलंकी

सारांश

क्या एबीवीपी अपने नए संकल्पों के साथ छात्र और राष्ट्र के हितों के लिए कार्य करेगी? जानिए इस अधिवेशन में पारित प्रस्तावों और कार्ययोजनाओं के बारे में।

Key Takeaways

  • 76 लाख नए सदस्यों के साथ सदस्यता में वृद्धि।
  • राष्ट्रीय शिक्षा और सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्रित कार्ययोजना।
  • महत्वपूर्ण आयोजन और अभियानों का संचालन।
  • युवाओं में राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा देना।

नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद संगठन की वार्षिक गतिविधियों, प्रमुख प्रस्तावों और आगामी वर्ष के कार्ययोजना पर मंगलवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने विस्तृत जानकारी साझा की। इस वर्ष, विद्यार्थी परिषद ने 76 लाख से अधिक नए सदस्यों के साथ अपने इतिहास में सर्वाधिक सदस्यता प्राप्त की है, जिसके फलस्वरूप संगठनात्मक विस्तार और जनसंपर्क कार्य पूर्व की अपेक्षा कहीं अधिक प्रभावी तरीके से विकसित हुए हैं।

अधिवेशन में पारित प्रस्तावों में राष्ट्रीय शिक्षा के समग्र विकास, मानवजनित आपदाओं की चुनौतियों, बांग्लादेशी घुसपैठ से उत्पन्न राष्ट्रीय सुरक्षा संकट, समाज में बढ़ती विभाजनकारी प्रवृत्तियों की रोकथाम, और युवा शक्ति की सकारात्मक भूमिका शामिल हैं। विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों ने समानांतर सत्रों में शिक्षा, संस्कृति, तकनीकी चुनौतियों, जनसंख्या संतुलन, और राष्ट्र निर्माण से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत विमर्श किया, जिससे यह संकेत मिला कि युवाओं के बीच इन विषयों पर राष्ट्रीय स्तर का संवाद और सहभागिता निरंतर मजबूत हो रही है।

भविष्य की कार्ययोजना में यह निर्धारित किया गया है कि आगामी वर्ष परिषद के लिए व्यापक कार्यक्रमों और राष्ट्रीय अभियानों का वर्ष होगा। संगठन ने छात्रावास सर्वेक्षण, ‘स्क्रीन टाइम टू एक्टिविटी टाइम’ अभियान, महारानी अब्बक्का की 500वीं जयंती, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, आपातकाल के 50 वर्ष, और ‘वंदेमातरम्’ के 150 वर्ष जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों को अपनी प्राथमिक गतिविधियों में सम्मिलित किया है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न परिसरों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, बौद्धिक परिचर्चाओं, जन जागरण अभियानों और रचनात्मक पहलों के माध्यम से छात्र समुदाय को सक्रिय, जागरूक और संगठित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।

परिषद की ओर से यह आशा व्यक्त की गई कि कार्यकर्ता आगामी वर्ष में भी संगठन के आदर्शों और राष्ट्रीय दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए शिक्षा, समाज, और राष्ट्र निर्माण के क्षेत्रों में प्रभावी योगदान सुनिश्चित करेंगे।

विद्यार्थी परिषद के 71वें प्रांत अधिवेशन में कई प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें सभी शैक्षिक संस्थानों को एक संरचना के अंतर्गत लाने की आवश्यकता, बांग्लादेशी घुसपैठियों से उत्पन्न राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चुनौतियाँ, मानवीय क्रियाकलापों से उत्पन्न प्राकृतिक आपदाओं के निवारण के लिए समाज का आगे आना, और विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ संगठित समाज का समाधान शामिल हैं।

डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा, “71वां राष्ट्रीय अधिवेशन संगठन की कार्यदिशा को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाने वाला रहा, जिसमें रानी अब्बक्का यात्रा, उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, और ‘युवा से पंच-परिवर्तन’ जैसे विषयों ने युवाओं में राष्ट्रीय चेतना को मजबूत किया। चार प्रमुख राष्ट्रीय परिवर्तन प्रस्तावों ने शिक्षा, सुरक्षा, घुसपैठ और समाज सशक्तिकरण पर परिषद की स्पष्ट राष्ट्रीय दृष्टि को स्थापित किया। यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार ने समाज सेवा की प्रेरक परंपरा को और प्रबल किया। ‘स्क्रीन टाइम टू एक्टिविटी टाइम’ जैसे अभियान और भगवान बिरसा मुंडा दिवस कार्यक्रम छात्रों को जिम्मेदार और सक्रिय नागरिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता इन संकल्पों को ऊर्जा, प्रतिबद्धता और राष्ट्रहित की भावना के साथ सम्पूर्ण भारत में आगे बढ़ाएगा।”

अभाविप दिल्ली प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा, “देहरादून में सम्पन्न राष्ट्रीय अधिवेशन ने छात्रहितों और राष्ट्रहित के मुद्दों पर अभाविप की दिशा को और अधिक स्पष्ट किया है। दिल्ली जैसे महानगर में छात्रावास सर्वेक्षण और ‘स्क्रीन टाइम टू एक्टिविटी टाइम’ अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे। ये प्रयास छात्रों की वास्तविक आवश्यकताओं की पहचान कर उन्हें स्वस्थ और सजग छात्र जीवन की ओर प्रेरित करेंगे। अधिवेशन में पारित प्रस्ताव आज के छात्र समुदाय की जिम्मेदारियों को नए रूप में सामने लाते हैं। अभाविप इन सभी अभियानों को व्यापक रूप से क्रियान्वित करेगा।

Point of View

बल्कि राष्ट्र के हितों को भी प्राथमिकता दे रही है। संगठन की योजनाएं भविष्य में युवाओं के लिए सकारात्मक बदलाव लाने का संकेत देती हैं।
NationPress
07/12/2025

Frequently Asked Questions

एबीवीपी का उद्देश्य क्या है?
एबीवीपी का उद्देश्य छात्रों के हितों की रक्षा करना और राष्ट्र के विकास में योगदान देना है।
इस वर्ष एबीवीपी ने कितने नए सदस्य जोड़े हैं?
इस वर्ष एबीवीपी ने 76 लाख से अधिक नए सदस्यों को जोड़ा है।
अधिवेशन में किन मुद्दों पर चर्चा की गई?
अधिवेशन में शिक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा, और समाज में विभाजनकारी प्रवृत्तियों की रोकथाम जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
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