क्या यूपी में रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ? एबीवीपी का बाराबंकी में प्रदर्शन!

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क्या यूपी में रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ? एबीवीपी का बाराबंकी में प्रदर्शन!

सारांश

बाराबंकी में एबीवीपी ने लाठीचार्ज के खिलाफ मशाल यात्रा निकाली। छात्रों और कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन प्रशासन के खिलाफ और शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर था। जानिए इस आंदोलन की खास बातें और छात्रों की उम्मीदें।

Key Takeaways

  • लाठीचार्ज के खिलाफ छात्रों का एकजुटता महत्वपूर्ण है।
  • शिक्षा में अनियमितताओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
  • प्रशासन को छात्रों की आवाज सुननी चाहिए।
  • लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करना अधिकार है।
  • भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता फैलाना जरूरी है।

बाराबंकी, ५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय, बाराबंकी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं और छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ शुक्रवार को एबीवीपी ने प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत बाराबंकी में मशाल यात्रा का आयोजन किया।

इस जुलूस में बड़ी संख्या में छात्रों एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिसने शहर की सड़कों पर शक्ति प्रदर्शन का रूप ले लिया। पदाधिकारी आकाश शुक्ला के नेतृत्व में मशाल जुलूस छाया चौराहे से शुरू होकर सतरिख नाका चौराहे तक पहुंचा। मशाल और नारे लिखी तख्तियां लिए छात्रों ने 'न्याय दो-न्याय दो' और 'एबीवीपी डायनामाइट, शिक्षा के दलालों को खत्म करो' जैसे नारों के साथ अपनी मांगें उठाईं।

प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार और मनमानी फीस वसूली का आरोप लगाया। साथ ही, लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने वाले छात्रों पर लाठीचार्ज को तानाशाही करार दिया।

एबीवीपी के जिला संयोजक योगेश प्रताप सिंह ने कहा, "प्रशासन ने लाठीचार्ज के दोषियों के खिलाफ ४८ घंटे में कार्रवाई का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। प्रदेश सरकार माफियाओं पर बुलडोजर चलाने की बात करती है, लेकिन शिक्षा माफियाओं पर चुप्पी क्यों?"

उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन और तेज होगा। छात्रों ने विश्वविद्यालय की अनियमितताओं, जैसे कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा रद्द किए गए एलएलबी कोर्स में दाखिला और कथित जमीन कब्जे की जांच की मांग भी उठाई।

मशाल यात्रा में कार्तिकेय मिश्रा, योगेश सिंह, विश्वजीत, दीपू पाठक, शशांक मिश्रा, शिवम मिश्रा, दिव्यांशु प्रताप सिंह, पुलकित त्रिवेदी, शिवम सिंह राठौड़, निशांत द्विवेदी, उत्कर्ष सिंह, प्रिंस वर्मा, आयुष सिंह, पूर्णेन्द्र चतुर्वेदी, तरुण कुमार, अभय और राम त्रिपाठी जैसे कार्यकर्ता शामिल रहे। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए एडीएम अरुण कुमार सिंह, एडिशनल एसपी विकास चंद्र त्रिपाठी, एसडीएम आनंद तिवारी और नगर कोतवाल के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया।

Point of View

बल्कि यह शिक्षा संस्थानों में लोकतंत्र की स्थिति को भी दर्शाती है। जब छात्र अपनी आवाज उठाते हैं, तो यह लोकतंत्र की सच्ची शक्ति को दर्शाता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों की आवाज सुनी जाए और उनके अधिकारों का सम्मान किया जाए।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

एबीवीपी का प्रदर्शन क्यों हो रहा है?
एबीवीपी ने श्री रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन किया है।
मशाल यात्रा में कौन-कौन शामिल था?
मशाल यात्रा में कई छात्र नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख नाम हैं योगेश प्रताप सिंह और कार्तिकेय मिश्रा।
प्रशासन ने क्या कार्रवाई की है?
प्रशासन ने लाठीचार्ज के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया था, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।