क्या एबीवीपी ने ईवीएम का गलत इस्तेमाल करके डूसू चुनाव जीता? : एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी

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क्या एबीवीपी ने ईवीएम का गलत इस्तेमाल करके डूसू चुनाव जीता? : एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी

सारांश

दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई ने केवल उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल की, जबकि एबीवीपी ने अन्य सभी प्रमुख पदों पर विजय प्राप्त की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीवीपी पर चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया है। जानें इस महत्वपूर्ण चुनाव के पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • एबीवीपी ने डूसू चुनाव में प्रमुख पदों पर जीत हासिल की।
  • एनएसयूआई ने केवल उपाध्यक्ष पद पर विजय प्राप्त की।
  • वरुण चौधरी ने एबीवीपी पर धांधली के गंभीर आरोप लगाए।
  • छात्रसंघ चुनाव में ईवीएम के गलत इस्तेमाल का आरोप।
  • राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा और आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति।

नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डूसू) के छात्रसंघ चुनाव के परिणाम शुक्रवार को आए हैं, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) केवल उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल कर सका, जबकि अध्यक्ष समेत अन्य तीन पदों पर एबीवीपी ने विजय प्राप्त की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने चुनाव परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने एबीवीपी पर चुनाव में धांधली करने का गंभीर आरोप लगाया।

वरुण चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हमारी हार तीन सीटों पर हुई। मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के उन हजारों छात्रों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने एनएसयूआई को वोट दिया। उपाध्यक्ष पद पर जीतने वाले एनएसयूआई के राहुल झांसला को मैं शुभकामनाएं देता हूं।"

उन्होंने आरोप लगाया कि इस बार का चुनाव एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच नहीं था, बल्कि यह डीयू प्रशासन, दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार, रेखा गुप्ता और केंद्र सरकार के साथ था। उन्होंने बताया कि कैसे किरोड़ीमल कॉलेज, हिंदू कॉलेज और हंसराज कॉलेज में जानबूझकर ईवीएम पर इंक लगाई गई। यह सब कुछ शिक्षकों के सामने हो रहा था। जैसे लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा वोट चुराती है, आज पार्टी इस स्तर पर गिर गई है कि छात्रसंघ चुनाव में भी ऐसा कर रही है।"

सही प्रत्याशी न उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा, "किसी भी राजनीतिक दल को चार सीटें दी जाती हैं और इस निर्णय में कई लोग शामिल होते हैं। यह अलग बात है कि कुछ लोग आरएसएस का मुखौटा पहनकर घूम रहे हैं और कुछ भी लिख सकते हैं। पहले भी उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ प्रोपोगेंडा फैलाया है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि आरएसएस का मुखौटा पहनकर कुछ स्लीपर सेल जानबूझकर एनएसयूआई और कांग्रेस पार्टी की छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। यही लोग हैं, जो एबीवीपी के साथ मिलकर हमारी छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।"

उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि एबीवीपी ने ईवीएम का गलत इस्तेमाल करके छात्रसंघ चुनाव जीता है।

यह उल्लेखनीय है कि डूसू चुनाव में अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के प्रत्याशी विजयी घोषित हुए। अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार आर्यन मान ने जीत हासिल की, सचिव पद पर कुणाल चौधरी जीते और संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा जीतीं, जबकि उपाध्यक्ष पद एनएसयूआई के राहुल झांसला ने जीत दर्ज की।

Point of View

बल्कि यह व्यापक राजनीतिक मुद्दों को भी छूती है। एक निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता को समझते हुए, समाज को चाहिए कि वे इस विषय पर गंभीरता से विचार करें।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

डूसू चुनाव के परिणाम क्या हैं?
डूसू चुनाव में एबीवीपी ने अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की, जबकि एनएसयूआई ने केवल उपाध्यक्ष पद जीता।
वरुण चौधरी ने एबीवीपी पर क्या आरोप लगाए हैं?
वरुण चौधरी ने एबीवीपी पर चुनाव में धांधली करने और ईवीएम का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
कौन-कौन से कॉलेजों में चुनाव में धांधली का आरोप लगा है?
किरोड़ीमल कॉलेज, हिंदू कॉलेज और हंसराज कॉलेज में ईवीएम पर जानबूझकर इंक लगाई गई थी।