क्या प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग का सिंगापुर में निधन हुआ?

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क्या प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग का सिंगापुर में निधन हुआ?

सारांश

असम के मशहूर गायक जुबिन गर्ग का सिंगापुर में निधन हो गया। पीएम मोदी और अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया। जानें इस दुखद घटना के पीछे की कहानी और उनके योगदान को।

Key Takeaways

  • जुबिन गर्ग का निधन एक बड़ा नुकसान है।
  • उनका संगीत लाखों लोगों को प्रेरित करता रहा है।
  • राजनीतिक नेताओं ने उनकी प्रतिभा की सराहना की।
  • उनकी आवाज असमिया संस्कृति का प्रतीक बन गई।
  • जुबिन का योगदान संगीत की दुनिया में अमूल्य है।

नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के प्रसिद्ध गायक, संगीतकार और अभिनेता जुबिन गर्ग का शुक्रवार को सिंगापुर में एक स्कूबा डाइविंग हादसे में निधन हो गया। इस समाचार ने पूरे देश में, विशेषकर असम और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में, शोक की लहर पैदा कर दी है। लाखों प्रशंसक इस सदमे में हैं। इसी बीच, पीएम मोदी और कई अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, "लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग के अचानक निधन से मैं बहुत दुखी हूं। संगीत में उनके बड़े योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनके गाने हर प्रकार के लोगों में बहुत प्रचलित थे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।"

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी एक्स पर लिखा, "जुबिन गर्ग का निधन एक बहुत बड़ी दुखद घटना है। उनकी आवाज ने एक पूरी पीढ़ी को पहचान दी और उनकी प्रतिभा बेमिसाल थी। उन्होंने अपनी जिंदगी में अनेक दुख झेले, फिर भी उन्होंने असमिया संगीत की दुनिया को बदल दिया। उनकी हिम्मत और मेहनत हमेशा याद रखी जाएगी। वे हमेशा हमारे दिलों और दिमागों में जिंदा रहेंगे।"

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा, "प्रसिद्ध गायक, गीतकार, संगीतकार और करोड़ों संगीत प्रेमियों के दिलों में अपनी विशेष जगह बनाने वाले जुबिन गर्ग के सिंगापुर में एक दुर्घटना में असामयिक निधन से मैं स्तब्ध हूं। 'असम की आवाज' के रूप में प्रशंसित, कई भारतीय भाषाओं में उन्होंने अपनी आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध किया और बहुत ही कम उम्र में एक 'कल्चरल आइकन' का दर्जा प्राप्त किया। दुख की इस घड़ी में, उनके परिवार, मित्रों और अनगिनत प्रशंसकों को मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।"

केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, "खेलो इंडिया के गायक अब हमारे बीच नहीं रहे। हमने एक जादुई आवाज और बहुमुखी प्रतिभा को खो दिया है। जुबिन गर्ग के निधन से मैं बहुत आहत हूं। उनके सदाबहार गाने आने वाली पीढ़ियों के प्रतिभाशाली कलाकारों को प्रेरणा देते रहेंगे। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।"

असम के कांग्रेस विधायक गौरव गोगोई ने एक्स पर लिखा, "असम के प्यारे बेटे और संगीत के प्रतीक जुबिन गर्ग के अचानक निधन की खबर से मैं बहुत दुखी और स्तब्ध हूं। उनका संगीत लाखों लोगों को छू गया, असम की भावना को व्यक्त किया और लोगों की भावनाओं को आवाज दी। कई दशकों तक वे एक सांस्कृतिक शक्ति के रूप में खड़े रहे, एक ऐसे कलाकार जिनके गाने हमेशा प्रेरणा देंगे और लोगों को जोड़े रखेंगे। मेरे दिल से संवेदनाएं उनके परिवार, अनगिनत प्रशंसकों और असम के लोगों के लिए हैं, जो आज अपने सबसे चमकीले सितारों में से एक को खो बैठे हैं।"

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, "मेरी सोच और प्रार्थनाएं जुबिन गर्ग के परिवार, उनके प्रशंसकों और असम के लोगों के साथ हैं, जो इस महान संगीतकार के जाने का दुख मना रहे हैं। उनकी मधुर धुनें हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेंगी।"

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भावुक पोस्ट लिखी, "आज असम ने अपने एक प्यारे बेटे को खो दिया। जुबिन गर्ग का असम के लिए क्या मतलब था, उसे शब्दों में बताना मुश्किल है। वह बहुत जल्दी चले गए, अभी उनकी उम्र इतनी नहीं थी। जुबिन की आवाज में एक खास ताकत थी जो लोगों को ऊर्जा देती थी और उनका संगीत सीधे हमारे दिल और दिमाग से जुड़ता था। उन्होंने जो खाली जगह छोड़ी है, वह कभी पूरी नहीं हो पाएगी। आने वाली पीढ़ियां उन्हें असम की संस्कृति के मजबूत स्तंभ के रूप में याद रखेंगी और उनके काम कई और कलाकारों को प्रेरणा देते रहेंगे। सिर्फ उनके संगीत ही नहीं, बल्कि लोगों से उनका जुड़ाव और उनकी मदद करने की लगन भी हमेशा याद रखी जाएगी। मैंने उनसे जो भी मुलाकात की, उसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा। वह जादुई आवाज अब हमेशा के लिए चुप हो गई है। यह दुख शब्दों से परे है। जुबिन के निधन पर मैं अपने सभी साथियों के साथ शोक मनाता हूं। आराम से सोओ जुबिन। तुम हमेशा असम के सबसे पसंदीदा रॉकस्टार रहोगे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि जुबिन गर्ग ने केवल संगीत की दुनिया में ही नहीं, बल्कि समाज में भी एक गहरी छाप छोड़ी है। उनकी आवाज ने लाखों लोगों को प्रेरित किया और यह निश्चित रूप से एक बड़ा नुकसान है। हमें उनकी यादों को संजोकर रखना चाहिए और आने वाली पीढ़ियों को उनके संगीत से जोड़ना चाहिए।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

जुबिन गर्ग का निधन कैसे हुआ?
जुबिन गर्ग का निधन सिंगापुर में एक स्कूबा डाइविंग हादसे में हुआ।
उनके निधन पर नेताओं ने क्या प्रतिक्रिया दी?
प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
जुबिन गर्ग को क्यों याद किया जाएगा?
उनकी आवाज और संगीत ने लाखों लोगों को प्रभावित किया और वे असमिया संस्कृति के एक प्रतीक बन गए।