क्या तनुश्री दत्ता ने जीवन की कठिनाइयों से लड़ने का संदेश साझा किया?

सारांश
Key Takeaways
- जीत केवल एक सोच नहीं, बल्कि ईश्वर का आशीर्वाद है।
- नकारात्मकता से लड़ने के लिए विश्वास बनाए रखना जरूरी है।
- हमेशा नई राहें खोजते रहना चाहिए।
- छोटे कदमों से भी बड़ी यात्रा संभव है।
- दूसरों की नकारात्मकता से प्रभावित न हों।
मुंबई, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री तनुश्री दत्ता सोशल मीडिया पर नियमित रूप से अपने विचार साझा कर अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ती रहती हैं। शुक्रवार को उन्होंने एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने जीवन की कठिनाइयों, असफलताओं और नकारात्मकता से निपटने के महत्व पर जोर दिया।
इस वीडियो में उन्होंने कहा, "जीत केवल एक विचार नहीं है, बल्कि पवित्र आत्मा के दिव्य आशीर्वाद का प्रतीक है। जब मैं मृत्यु के भयावह साए से गुजरती हूं, तो भय का कांटा भी नहीं चुभता, क्योंकि ईश्वर मेरे साथ हैं, अभी और अनंत काल तक। वे मुझे हरी-भरी वादियों में ले जाते हैं। जो रब के सामने है, उसके सामने शैतान भी झुक जाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "चाहे कितनी भी कठिनाइयां क्यों न हों, हमें नई राहें खोजनी चाहिए। याद रखें, कुछ भी दुनिया का अंत नहीं लाता। प्रार्थना की ज्योति जलाए रखें और विश्वास की डोर थामे रहें। हम सब मिलकर छोटे-छोटे कदमों से आगे बढ़ें।"
तनुश्री ने नकारात्मकता फैलाने वालों को जवाब देते हुए कहा, "जो लोग द्वेष में जलते हैं, उन्हें अपनी आग में जलने दो। सच्चे दिल वाले, दया के पुत्र इस प्रेम-करुणा के समय में पवित्र वरदानों की वर्षा से भरे हैं। हर हर महादेव!"
तनुश्री दत्ता ने 2005 में इमरान हाशमी के साथ फिल्म आशिक बनाया से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कई सफल फ़िल्मों में काम किया है।