क्या वायुसेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुँचाया।
- एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने आतंकवाद विरोधी उद्देश्यों की महत्ता को रेखांकित किया।
- भारत ने पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट और एक एयरक्राफ्ट को नष्ट किया।
- बालाकोट एयरस्ट्राइक ने आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया।
- संघर्ष समाप्ति के बारे में विचार करना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' और बालाकोट एयरस्ट्राइक पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यदि पाकिस्तान ने हमले जारी रखे, तो भारत ने उसके ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुँचाया। आतंकवाद विरोधी उद्देश्यों की पूर्ति के बाद युद्ध को लम्बा खींचने की कोई आवश्यकता नहीं थी।
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने आर्मी वॉर कॉलेज में दिए गए अपने भाषण में बताया कि पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट और एक बड़े एयरक्राफ्ट को नष्ट किया गया। उन्होंने कहा, "हमें भविष्य के लिए तैयार रहना होगा। हमें आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले करने का निर्देश दिया गया था, और हमने उन्हें सफलतापूर्वक निशाना बनाया। हमारे दुश्मनों ने लड़ाई समाप्त करने का कोई संकेत नहीं दिया, इसलिए हमने उनके ठिकानों को भारी नुकसान पहुँचाया।"
उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि मई 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया गया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके के आतंकवादी ठिकानों पर 80-90 घंटे तक सटीक हवाई हमले किए गए। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा के मुरीदके ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। उन्होंने 'बिफोर एंड आफ्टर' सैटेलाइट इमेजेस दिखाते हुए कहा कि सहायक इमारतें सुरक्षित रहीं, लेकिन लक्ष्य पूरी तरह से नष्ट हो गए।
बालाकोट स्ट्राइक (2019) का जिक्र करते हुए सिंह ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, "पिछली बार बालाकोट में सैटेलाइट तस्वीरों में कुछ दिखाई नहीं दिया। बार-बार पूछा जाता था कि कितने मारे गए। लोग संतुष्ट नहीं थे। इस बार हमने वीडियो और स्थानीय मीडिया के माध्यम से अंदर की तस्वीरें प्राप्त कीं। बालाकोट का 'भूत' हमने समाप्त कर दिया।"
उन्होंने कहा, "हमने बहुत जल्दी लड़ाई रोकने का निर्णय लिया, लेकिन वे बैकफुट पर थे। हमारा उद्देश्य एंटी-टेररिज्म था, जो पूरा हो चुका है। उद्देश्यों की पूर्ति के बाद लड़ाई जारी रखने की आवश्यकता नहीं थी।"
रूस-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां कोई युद्ध समाप्त करने की सोच नहीं रखता। "दुनिया में संघर्ष चल रहे हैं, लेकिन हमें संघर्ष समाप्ति के बारे में विचार करना चाहिए।"