क्या ए. नागेश्वर राव तमिल और तेलुगू सिनेमा के सबसे लोकप्रिय नायक हैं?

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क्या ए. नागेश्वर राव तमिल और तेलुगू सिनेमा के सबसे लोकप्रिय नायक हैं?

सारांश

क्या आप जानते हैं कि ए. नागेश्वर राव, एक ऐसा नाम है जिसने दक्षिण भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है? उनके अभिनय कौशल और योगदान ने उन्हें आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित रखा है। पढ़ें उनकी अद्भुत यात्रा और उपलब्धियों के बारे में।

Key Takeaways

  • ए. नागेश्वर राव का योगदान दक्षिण भारतीय सिनेमा में महत्वपूर्ण है।
  • उनकी फिल्मों ने दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया।
  • उन्होंने सिनेमा को तकनीकी रूप से भी समृद्ध किया।
  • उनकी विरासत आज भी उनके परिवार द्वारा आगे बढ़ाई जा रही है।
  • उन्होंने विभिन्न भाषाओं में फिल्में की हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ी।

नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण भारतीय सिनेमा आज न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में अपनी छाप छोड़ चुका है। इस क्षेत्र की फिल्मों की नींव में जिन प्रमुख व्यक्तित्वों का योगदान है, उनमें ए. नागेश्वर राव का नाम विशेष रूप से लिया जाता है। नागेश्वर राव ने तेलुगू और तमिल सिनेमा में अपने अद्वितीय अभिनय से अमिट छाप छोड़ी है।

ए. नागेश्वर राव का वास्तविक नाम अक्किनेनी नागेश्वर राव है, और उन्हें आमतौर पर एएनआर के नाम से जाना जाता है। उनका जन्म 20 सितंबर 1923 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के रामपुरम गाँव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। गरीबी के चलते उनकी औपचारिक शिक्षा केवल तीसरी कक्षा तक ही रह गई। लेकिन उन्होंने अभिनय के प्रति अपने जुनून को कभी कम नहीं होने दिया, और उन्होंने केवल 10 वर्ष की आयु में रंगमंच पर कदम रखा। उस समय, जब महिलाओं का अभिनय पर प्रतिबंध था, उन्होंने महिला पात्रों का अभिनय किया।

1941 में तेलुगू फिल्म 'धर्मपत्नी' के साथ उन्होंने सिनेमा में प्रवेश किया। एएनआर ने अपने 73 वर्षों के करियर में 255 से अधिक फिल्में की हैं। तमिल सिनेमा में उनका पदार्पण 1950 के दशक में हुआ, और उनकी पहली प्रमुख फिल्म 'विप्र नारायण' थी, जो 1954 में रिलीज हुई। इस फिल्म में उन्होंने तमिल संत विप्र नारायण की जीवनी पर आधारित किरदार निभाया।

1956 में, उन्होंने फिल्म 'तेनाली रामकृष्ण' (तमिल संस्करण) में प्रसिद्ध तेलुगू कवि तेनाली रामकृष्ण का किरदार निभाया, जिसे ऑल इंडिया सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट फॉर बेस्ट फीचर से सम्मानित किया गया था।

अक्किनेनी नागेश्वर राव की अभिनय शैली, नृत्य, संवाद और भाव-भंगिमाओं का संतुलन दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता था। वह केवल एक बेहतरीन अभिनेता नहीं, बल्कि एक सफल निर्माता भी थे। 1970 के दशक में, उन्होंने तेलुगू फिल्म उद्योग को मद्रास (अब चेन्नई) से हैदराबाद स्थानांतरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनकी कंपनी 'अन्नपूर्णा स्टूडियोज' ने कई तमिल-तेलुगू फिल्मों का सह निर्माण किया। 1985 में स्थापित इस स्टूडियो ने तमिल फिल्मों के तकनीकी पक्ष को मजबूत किया। उनकी कई मशहूर फिल्मों में 'मिस्सम्मा' (1955) का तमिल रीमेक 'मिसियम्मा', जिसमें उन्होंने सावित्री के साथ रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया, शामिल हैं।

उनकी अन्य प्रमुख फिल्मों में लैला मजनू (1949), देवदासु (1953), अनारकली (1955), बतासारी (1961), मूगा मनासुलु (1964), प्रेमा नगर (1971), प्रेमाभिषेकम (1981), मेघसंदेसम (1982), बलाराजू (1948) और डॉक्टर चक्रवर्ती (1964) शामिल हैं।

उन्हें 1992 में तमिलनाडु स्टेट फिल्म ऑनरेरी अवॉर्ड अरिग्नार अन्ना अवॉर्ड मिला। भारत सरकार ने उन्हें 1968 में पद्मश्री, 1988 में पद्म भूषण, 1990 में दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड और 2011 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया।

उनका परिवार आज भी दक्षिण सिनेमा में सक्रिय है। उनके पुत्र नागार्जुन, पोते नागा चैतन्य और अखिल अक्किनेनी इस क्षेत्र के बड़े सितारे हैं और राव की विरासत को बढ़ा रहे हैं। 2014 में रिलीज हुई उनकी अंतिम फिल्म 'मनम' में तीनों पीढ़ियों ने एक साथ काम किया। 22 जनवरी 2014 को उनका निधन हो गया।

Point of View

जिन्होंने न केवल तेलुगू और तमिल सिनेमा को समृद्ध किया, बल्कि पूरे देश को अपने अभिनय से जोड़ने का काम किया। उनका योगदान आज भी सिनेमा में महसूस किया जाता है।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

ए. नागेश्वर राव का जन्म कब हुआ?
ए. नागेश्वर राव का जन्म 20 सितंबर 1923 को हुआ था।
उन्होंने सिनेमा में कब कदम रखा?
उन्होंने 1941 में तेलुगू फिल्म 'धर्मपत्नी' से सिनेमा में कदम रखा।
उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में कौन-सी शामिल हैं?
उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में 'लैला मजनू', 'देवदासु', 'अनारकली' और 'मिस्सम्मा' शामिल हैं।
उन्हें कौन-कौन से पुरस्कार मिले?
उन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण, दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड और पद्म विभूषण जैसे पुरस्कार मिले हैं।
उनका परिवार सिनेमा में कितना सक्रिय है?
उनका परिवार आज भी दक्षिण सिनेमा में सक्रिय है, उनके बेटे और पोते बड़े सितारे हैं।