क्या अदरक रसोई का राजा और सेहत का सुपरफूड है? जानें आयुर्वेद से इसके फायदे
सारांश
Key Takeaways
- अदरक का सेवन पाचन के लिए फायदेमंद है।
- यह सर्दी और खांसी में राहत देता है।
- वजन घटाने के लिए अदरक को गुनगुने पानी में नींबू के साथ लें।
- गर्मी या पित्त प्रधान लोगों को इसका सेवन सीमित करना चाहिए।
- जोड़ों के दर्द में अदरक का पाउडर हल्दी के साथ लाभकारी है।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हमारी रसोई वास्तव में एक छोटी दवाखाना है, बस इसकी सही जानकारी होना आवश्यक है। इसके चारों ओर कई जड़ी-बूटियां उपलब्ध हैं, जो हमारी सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण सामग्री है अदरक, जिसे आयुर्वेद में शुण्ठी कहा जाता है।
अदरक केवल स्वाद बढ़ाने वाला मसाला नहीं है, बल्कि पेट, जोड़ों, सर्दी, खांसी और यहाँ तक कि वजन घटाने में भी एक जादुई औषधि है।
अदरक का स्वाद तीखा (कटु), गुण भारी और चिकना (गुरु-स्निग्ध), वीर्य गर्म और विपाक पाचन के बाद मधुर माना जाता है। यह वात-कफ नाशक है, लेकिन पित्त को थोड़ा बढ़ा सकता है।
अदरक के लाभों की गिनती करना कठिन है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है, अपच और गैस की समस्या को दूर करता है, भूख को बढ़ाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। सर्दी-खांसी में अदरक का जिंजरोल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बलगम निकालने में मदद करता है। जोड़ों के दर्द और सूजन में भी अदरक बहुत उपयोगी है। मतली और उल्टी में भी यह बेहद प्रभावी है। यह हृदय को स्वस्थ रखता है, रक्त संचार सुधारता है और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करता है। अदरक मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे फैट बर्निंग प्रक्रिया को बेहतर बनाता है।
इसे इस्तेमाल करना भी आसान है। भोजन से पहले ताजा अदरक को नींबू और सेंधा नमक के साथ चबाएं, सूखे अदरक (सोंठ) का चूर्ण दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लें। सर्दी-खांसी में अदरक और शहद मिलाकर सेवन करें या अदरक की चाय में तुलसी, दालचीनी और लौंग डालकर पिएं। जोड़ों के दर्द में अदरक का पाउडर हल्दी और सरसों के तेल के साथ हल्का गर्म करके मालिश करें। वजन घटाने के लिए गुनगुने पानी में नींबू और अदरक का रस सुबह खाली पेट पिएं। कफ और सिरदर्द में सूखे अदरक का लेप माथे पर करें, गले की खराश में अदरक और शहद का मिश्रण लें।
हालांकि, अदरक गर्म तासीर का होता है, इसलिए गर्मी या पित्त प्रधान लोग इसे सीमित मात्रा में लें। पेट में अल्सर, उच्च पित्त या गर्भावस्था में अधिक सेवन से बचें।