क्या गोवा में मतदाता सूची को अपडेट करने की एसआईआर की गणना शुरू हो गई है?

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क्या गोवा में मतदाता सूची को अपडेट करने की एसआईआर की गणना शुरू हो गई है?

सारांश

चुनाव आयोग ने गोवा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और लक्ष्यद्वीप में मतदाता सूचियों के एसआईआर की गणना शुरू कर दी है। यह कदम आगामी चुनावों में सटीकता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। जानिए इस प्रक्रिया के बारे में और क्या है इसके पीछे का उद्देश्य।

Key Takeaways

  • गोवा में मतदाता सूची का अपडेट
  • विशेष गहन संशोधन (एसआईआर)
  • सटीकता, समावेशिता और पारदर्शिता
  • बूथ स्तर पर एजेंटों की नियुक्ति
  • नागरिकों के सहयोग की आवश्यकता

नई दिल्ली, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चुनाव आयोग ने गोवा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, और लक्ष्यद्वीप में मतदाता सूचियों के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) के गणना चरण की शुरुआत कर दी है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आगामी चुनावों से पहले सटीकता, समावेशिता, और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस अभियान में घर-घर जाकर व्यापक सत्यापन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मतदाताओं के विवरण को अपडेट करना, योग्य नए मतदाताओं की पहचान करना और अपात्र प्रविष्टियों को सूची से हटाना है।

जनगणना के दौरान बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) घरों का दौरा कर मौजूदा मतदाताओं के विवरण की पुष्टि कर रहे हैं और उन नागरिकों से जानकारी एकत्र कर रहे हैं, जो पात्र हैं लेकिन अभी तक पंजीकृत नहीं हैं।

विशेष ध्यान पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और प्रवासी आबादी पर दिया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पात्र मतदाता लोकतांत्रिक प्रक्रिया से वंचित न रह जाए।

अधिकारियों ने बताया कि इस प्रक्रिया से नाम, पते, आयु और तस्वीरों से संबंधित त्रुटियों को दूर करने में मदद मिलेगी, साथ ही डुप्लिकेट या स्थानांतरित प्रविष्टियों को हटाने में भी सुविधा होगी।

मतदाताओं से आग्रह किया गया है कि वे मतदान अधिकारियों (बीएलओ) के साथ सहयोग करें और जहां आवश्यक हो, सहायक दस्तावेजों के साथ सटीक जानकारी प्रदान करें।

नागरिक प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए ऑनलाइन या निर्दिष्ट सुविधा केंद्रों के माध्यम से भी फॉर्म जमा कर सकते हैं।

गोवा में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने बताया कि एसआईआर का संचालन भारतीय निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार, समय-सीमा और प्रक्रियात्मक सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन करते हुए किया जा रहा है।

प्रगति की निगरानी और शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए जिला और निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर पर्यवेक्षी तंत्र स्थापित किए गए हैं।

राजनीतिक दलों को मतदाताओं की सहायता करने और मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की विसंगति को उजागर करने के लिए बूथ स्तर पर एजेंट नियुक्त करने की सलाह दी गई है।

-राष्ट्र प्रेस

एमएस/

Point of View

हम इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को देखते हैं जिसका उद्देश्य लोकतंत्र को और मजबूत बनाना है। चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए कदम न केवल पारदर्शिता को सुनिश्चित करते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि हर नागरिक को मतदान का अधिकार मिले। यह प्रक्रिया सभी नागरिकों के लिए आवश्यक है, ताकि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का सही ढंग से प्रयोग कर सकें।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

मतदाता सूची में सुधार क्यों आवश्यक है?
मतदाता सूची में सुधार से यह सुनिश्चित होता है कि सभी योग्य मतदाता सही जानकारी के साथ पंजीकृत हैं और कोई भी अपात्र प्रविष्टियां सूची में नहीं हैं।
बीएलओ की भूमिका क्या है?
बीएलओ का कार्य मतदाता के विवरण की पुष्टि करना और नए पात्र मतदाताओं की पहचान करना है।
क्या नागरिक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं?
जी हाँ, नागरिक ऑनलाइन या निर्दिष्ट सुविधा केंद्रों के माध्यम से अपने फॉर्म जमा कर सकते हैं।
Nation Press