क्या सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि हर पीड़ित की समस्या का समाधान समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- सीएम योगी ने हर पीड़ित की समस्या का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने का निर्देश दिया।
- मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में लगभग 200 लोगों की समस्याएं सुनीं।
- सरकार आर्थिक मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है।
- मुख्यमंत्री ने गोसेवा की और गोशाला में गायों को गुड़-रोटी खिलाया।
गोरखपुर, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर के जनता दर्शन में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि हर पीड़ित की समस्या का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में रात्रि प्रवास के बाद जनता दर्शन में उपस्थित लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं।
उन्होंने समस्याओं के बारे में आए लोगों से आत्मीयता से बात करते हुए कहा, 'घबराइए मत, हर समस्या का प्रभावी समाधान किया जाएगा।'
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हर पीड़ित व्यक्ति की समस्या पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उसका समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी समाधान करें।
बुधवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगभग 200 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनका समाधान करने के निर्देश दिए। जनता दर्शन में महिलाओं की संख्या अधिक रही। कुर्सियों पर बैठे लोगों तक मुख्यमंत्री स्वयं पहुंचे और विश्वास दिलाया कि वह सभी की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे। किसी को भी परेशान होने या चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को सौंपते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतोषजनक होना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा जमीन पर कब्जा करने की शिकायतों पर उन्होंने कठोर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए।
एक महिला ने मकान जलाने की शिकायत की तो मुख्यमंत्री ने जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। जनता दर्शन में कई लोग गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज में धन की कमी बाधक नहीं होगी, सरकार भरपूर आर्थिक मदद प्रदान करेगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज के लिए अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूर्ण कराकर शासन में भेजें। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी।
गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान बुधवार सुबह मुख्यमंत्री की दिनचर्या परंपरागत रही। उन्होंने गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया और अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा के सामने शीश झुकाया। इसके बाद वह मंदिर परिसर में भ्रमण करने निकले। मंदिर की गोशाला में पहुंचकर उन्होंने गोसेवा की और गायों को स्नेहिल भाव से गुड़-रोटी खिलाया। गोशाला में सीएम योगी के पहुंचने पर मोर भी उनके पास आ जाते हैं। मुख्यमंत्री ने मोर को भी दुलारा और अपने हाथों से रोटी खिलाई।