क्या पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया गया है, भूमि आवंटन में धोखाधड़ी के मामले में?

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क्या पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया गया है, भूमि आवंटन में धोखाधड़ी के मामले में?

सारांश

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी ने एक पुराने धोखाधड़ी मामले को फिर से उजागर किया है। यह मामला 1999 से जुड़ा है जब ठाकुर ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी पत्नी के नाम पर औद्योगिक प्लाट आवंटित किया। क्या यह मामला उन्हें और उनकी पत्नी को दंडित करेगा?

Key Takeaways

  • अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी से धोखाधड़ी का मामला एक बार फिर से चर्चा में आया।
  • पद के दुरुपयोग का आरोप गंभीर है।
  • जांच में जाली दस्तावेजों का उपयोग सामने आया है।
  • इस मामले के पीछे संजय शर्मा की शिकायत है।
  • पुलिस ने सिविल ड्रेस में कार्रवाई की है।

लखनऊ, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लखनऊ की क्राइम ब्रांच ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। वह लखनऊ सुपरफास्ट एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे।

सूत्रों के अनुसार, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को उनके खिलाफ चल रहे धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला 1999 का है, जब ठाकुर देवरिया जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे।

उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जिला उद्योग केंद्र देवरिया के औद्योगिक प्लाट संख्या बी-2 का आवंटन अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के नाम पर किया, जिसमें उन्होंने जाली अभिलेख तैयार कर फर्जी नामों और पते का इस्तेमाल किया।

यह प्रकरण तब शुरू हुआ जब संजय शर्मा नामक एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि नूतन ठाकुर ने अपने और अपने पति के नाम व पते में बदलाव कर, झूठे दस्तावेजों के आधार पर औद्योगिक प्लाट आवंटित करवाया।

इसके बाद, इस प्लाट को मुनाफा कमाने के उद्देश्य से बेचा गया। शिकायत में कहा गया कि नूतन ठाकुर ने अपने और अपने पति को फर्जी नामों से प्रस्तुत किया और सरकारी विभागों तथा बैंकों को धोखा दिया।

लखनऊ के डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को उनके खिलाफ चल रहे धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने कहा कि संजय शर्मा की तहरीर पर तालकटोरा थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी और दस्तावेजों के फर्जीकरण का मामला पंजीकृत किया गया था। इस मामले की जांच के लिए डीसीपी पश्चिमी की ओर से एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने जांच के बाद बिहार में संबंधित पते का सत्यापन किया और गवाहों से पूछताछ की। इसके बाद पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया।

सूत्रों के अनुसार, ट्रेन में पुलिस सिविल ड्रेस में थी और अमिताभ ठाकुर को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर उतार कर अपने साथ ले गए, जहां उन पर दर्ज भूमि आवंटन संबंधी मुकदमे में पूछताछ होगी।

Point of View

NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

अमिताभ ठाकुर को क्यों गिरफ्तार किया गया?
उन्हें भूमि आवंटन में धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
यह मामला कब का है?
यह मामला 1999 का है।
क्या आरोप हैं अमिताभ ठाकुर पर?
उन पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जाली दस्तावेज बनाने का आरोप है।
क्या इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी?
जी हां, मामले की पूरी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले की जांच कौन कर रहा है?
इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
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